समाजवादी पार्टी ने इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी पहली सूची जारी कर दी है। इस लिस्ट में 16 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया है। इनमें यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को मैनपुरी से उम्मीदवार बनाया गया है। डिंपल यादव अभी मैनपुरी से ही सांसद हैं। डिंपल से पहले मुलायम सिंह यादव इसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ते रहे हैं।
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इन सीटों पर घोषित हुए प्रत्याशी
इनके अलावा बदायूं से धर्मेंद्र यादव और फिरोजाबाद से अक्षय यादव को टिकट दिया गया है। वहीं संभल से शफीकुर्रहमान बर्क, एटा से देवेश शाक्य, लखीमपुर खीरी से उत्कर्ष वर्मा को समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। धौरहरा से आनन्द भदौरिया, उन्नाव से अनु टण्डन, लखनऊ से रविदास मेहरोत्रा, फर्रुखाबाद से डॉ. नवल किशोर शाक्य और अकबरपुर से राजाराम पाल को भी टिकट दिया गया है।
इनको भी मिला टिकट
सपा ने बांदा से शिवशंकर सिंह पटेल, फैजाबाद से अवधेश प्रसाद और अंबेडकर नगर से लालजी वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है। इसके अलावा बस्ती से रामप्रसाद चौधरी और गोरखपुर से काजल निषाद को उम्मीदवार बनाया गया है।
2014 और 2019 का ऐसा था परिणाम
2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने उत्तर प्रदेश की 80 में से 73 सीटों पर जीत हासिल की थी। इसमें बीजेपी ने 71 और अनुप्रिया पटेल की अपना दल पार्टी ने दो सीटों पर कब्जा जमाया था,, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन 80 लोकसभा सीटों में से 64 सीटें ही जीत सका था। 2019 में बीजेपी को जिन 16 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था, उसमें बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल, राययबरेली, घोसी, लालगंज, जौनपुर, अंबेडकर नगर, गाजीपुर, श्रावस्ती, मैनपुरी, सहारनपुर, आजमगढ़, रामपुर और नगीना सीटें थीं। इन 16 सीटों में से 10 पर बसपा, 5 पर सपा और एक पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। लेकिन इसके बाद बीजेपी ने उपचुनाव में आजमगढ़ और रामपुर सीट पर अपनी जीत दर्ज की थी।