Lucknow News- आज मंगलवार से चैत्र नवरात्र प्रारम्भ हो रहा है। प्रथम दिन देवी दुर्गा के प्रथम स्वरुप मां शैलपुत्री की पूजा होगी। बता दें कि पर्वतराज हिमालय के यहां पुत्री के रुप में उत्पन्न होने पर इनका नाम शैलपुत्री पड़ा था। महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चें अपने परिवार के साथ जगत जननी आदिशक्ति के प्रथम अवतार मां शैलपुत्री के दर्शन करने को मंदिर पहुंच रहे हैं।
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चैत्र नवरात्र का महापर्व देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है। यह महापर्व हर वर्ष चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक मनाया जाता है। इस वर्ष 9 अप्रैल से लेकर 17 अप्रैल तक चैत्र नवरात्रि है। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के विभिन्न रुपों की पूजा की जाती है। इनमें पहले दिन पर्वतराज हिमालय की पुत्री मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत-उपवास भी रखा जाता है। सनातन शास्त्रों में चैत्र नवरात्र के बारे में विस्तार से बताया है। मां शैलपुत्री की पूजा करने से उपासकों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। अतः साधक श्रद्धा भाव एवं विधि विधान से मां शैलपुत्री की पूजा करते हैं। अगर आप भी मां शैलपुत्री को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो मां को पूजा के समय ये पांच चीजें अवश्य अर्पित करें।
बता दें कि नवरात्रि के पहले दिन महिलाएं घरों में घट स्थापना करती हैं। चैत्र नवरात्रि के अवसर पर प्रदेश के तमाम शक्ति पीठों में बलरामपुर की पाटनदेवी मंदिर, मिर्जापुर में विंध्यावासिनी देवी आदि सहित लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, सहारनपुर, बनारस समेत कई जिलों स्थापित देवी मंदिरों सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है। सुबह के वक्त मंदिर प्रबंधन की ओर से मां की मंगल आरती के बाद भक्तों के लिए पट खोल दिए गए। घर की महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चें अपने परिवार के साथ जगत जननी आदिशक्ति के प्रथम अवतार मां शैलपुत्री के दर्शन को पहुंच रहे हैं।