Varanasi news : आज बसंत पंचमी त्योहार को लेकर हर तरफ उत्साह नजर आ रहा है। ऐसे में इस पावन अवसर पर वाराणसी में स्थित काशीपुराधिपति की नगरी वाणी-ज्ञान, बुद्धि और विवेक की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के पूजन में लीन रही। जहां बूंदाबांदी के बीच, ग्रामीण और शहरी क्षेत्र से लेकर विश्वविद्यालयों में तक भव्य पूजा पंडालों में वाग्देवी मां सरस्वती की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई।
बसंत पंचमी के उत्साह में बाबा विश्वनाथ की नगरी को भव्य तरीके से सजाया गया। जहां सजाए गए पूजा पंडालों में सुबह से ही मां सरस्वती की प्रतिमाओं में मंत्रोच्चार और विविध अनुष्ठान के बीच प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस प्राण प्रतिष्ठा और पूजा-अर्चना के बाद पण्डालों का पट आम जनता के लिए खोल दिया गया। जहां ज्ञान की देवा मां सरस्वती के दर्शन के लिए धीरे-धीरे श्रद्धालुओं की भीड़ लगने लगी।
युवाओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ रखी होलिका की नींव
वहीं बसंत पंचमी के इस शुभ अवसर पर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी भक्ति-भाव के साथ वीणावादिनी माता की पूजा-पाठ किया। तो वहीं हर साल की तरह इस साल भी नदेसर स्थित भारतीय स्पोर्टिंग क्लब के पंडाल को दुल्हन की तरह सजाया गया। जिसमें रंग-बिरंगी बिजली की झालर अपनी खूबसूरती के चलते दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर रही है तो वहीं झुमर के बीच पंडाल में स्थापित मां सरस्वती की विशाल प्रतिमा एक अलग ही शोभी बिखेर रही। जिसका नजारा देख सभी भक्तगण खुशी से झूम उठे।
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सबसे खास बात ये रही कि, इस बीच उत्साही युवकों और बच्चों की टोली ने परम्परानुसार रेड़ का वृक्ष काटकर चौराहों पर होलिका की नींव रखी। जहां सभी युवा ढोल-नगाड़ों की थाप पर जमकर थिरकते हुए खूब मस्ती की। यह नजारा शहर के प्रमुख चौराहों, गलियों में ही नहीं, बल्कि गांवों में भी देखने को मिला।