Lucknow News- आरओ-एआरओ परीक्षा
पेपर लीक कराने के मामले में अहम भूमिका निभाने वाले कोचिंग संचालक अमित सिंह को UP-STF
ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि आरओ-एआरओ की परीक्षा
और पुलिस पेपर लीक के तार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। पुलिस भर्ती मामले के मास्टरमाइंड
राजीव नयन मिश्रा को पहले ही गिऱफ्तार किया जा चुका है। जिसके बाद से परीक्षाओं के
पेपर लीक मामले में कई खुलासे हो रहे हैं। पूछताछ में पता चला है कि राजीव नयन
मिश्रा प्रति अभ्यर्थी से 15 लाख रुपए लेता था। इस कमाई से उसने प्रयागराज में आर्योग्यम
अस्पताल बनाया है।
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पूछताछ में पता चला
है कि RO-ARO की परीक्षा से पूर्व लखनऊ के एक मॉल के करीब गाड़ी खड़ी कर कुछ अभ्यर्थियों को लीक किए गए पेपर को
पढ़वाया गया था। कुछ को रीवा के शिव शक्ति रिसोर्ट में और कुछ को राजीव नयन मिश्रा
के अस्पताल में पेपर पढ़ाया गया था। इसके बाद अभ्यर्थियों को उनके एग्जाम सेंटर पहुंचा दिया गया था। इसके लिए प्रत्येक अभ्यर्थी
से 15 लाख रुपए लिए गए थे। UP-STF
के मुताबिक ऐसी डील सिर्फ RO-ARO परीक्षा में ही नही बल्कि यूपी पुलिस कांस्टेबल
भर्ती पेपर, प्रारंभिक परीक्षा व
टीजीटी 2021 परीक्षा में भी हुई थी।
एएसपी एसटीएफ विशाल
विक्रम सिंह ने बताया कि बीते दिनों यूपी पुलिस और आरओ-एआरओ परीक्षा पेपर लीक मामले
में मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा ने पूछताछ में कोचिंग संचालक अमित सिंह का नाम बताया
था। जिसने यूपी में कई पेपर लीक मामले में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि
अमित सिंह, राजीव नयन मिश्रा से पेपर
खरीदता था। अभ्यर्थियों को पढ़वाता था और उन्हे एग्जाम दिलवाता था। इस मामले में अमित
सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ पर अमित ने बताया कि वह गोमती नगर में कॉमर्स
की कोचिंग चलाता था। उसी दौरान बलिया के दीपक दुबे के जरिए उसकी मुलाकात राजीव नयन
उर्फ राहुल मिश्रा से हुई थी। अमित सिंह ने राजीव नयन को टीजीटी परीक्षा-2020/21 का पेपर पढाने के लिए 20 लाख रुपए दिए थे। इतना
ही नही राजीव से संपर्क होने के बाद से कई भर्ती परीक्षाओं में राजीव नयन को कैण्डिडेट
उपलब्ध करा चुका है, जो पेपर के बदले मोटी
रकम देते थे।
पेपर लीक से हुई मोटी कमाई से राजीव नयन मिश्रा ने प्रयागराज में
बनवाया था आर्योग्यम अस्पताल
पूछताछ में अमित सिंह
ने बताया कि राजीव नयन मिश्रा ने उसे बताया था कि अभ्यर्थियों को इकट्ठा कर उन्हे लखनऊ
और प्रयागराज में पेपर पढ़वाया जाएगा। इन दोनो ही परीक्षा के लिए 15 लाख रुपए प्रति अभ्यर्थी तय किया गया था। एसटीएफ
के मुताबिक पेपर लीक से कमाए गए पैसों से राजीव नयन ने प्रयागराज में आर्योग्यम
अस्पताल बनवाया था। वह अभ्यर्थियों को वहीं पर ले जाकर पेपर पढ़वाता था। आरओ-एआरओ व
यूपी पुलिस पेपर भी प्रयागराज में ही पढ़ाया गया था। कुछ अभ्यर्थियों को लखनऊ में प्लासियों
मॉल के पास गाड़ियों में बैठा कर पढ़ाया गया था। पेपर के दिन करीब दो घंटे पेपर पढ़वाने
के बाद सभी अभ्यर्थियों को एग्जाम सेंटर पहुंचा दिया गया।