2010 के बरेली दंगा मामले में कोर्ट से मास्टरमाइंड ठहराए गए आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम दिल्ली गई है। कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद बरेली पुलिस की एक टीम तौकीर रजा की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली रवाना हो चुकी है। तौकीर रजा को आज मंगलवार को कोर्ट में पेश होने का आदेश है।
ये भी पढ़ें- लखनऊ: CAA को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क, अफवाह फैलाने वालों पर की जाएगी कड़ी कार्रवाई
क्या है पूरा मामला
बता दें कि एडीजे रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट ने 2010 के बरेली दंगे के आरोपी मौलाना तौकीर रजा के अलावा 6 अन्य लोगों के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया है। 11 मार्च को अभियुक्त राजू हसन, सौबी रजा, यासीन की हाजिरी माफी कोर्ट में दाखिल की गई, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। इसके अलावा अभियुक्त अमजद अहमद, आरिफ, निसार अहमद, अबरार, राजू उर्फ राजकुमार और कौशर के कोर्ट में पेश ना होने पर इन सभी के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया गया।
दरअसल 5 मार्च को मौलाना तौकीर रजा को समन जारी कर 11 मार्च को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया गया था। समन पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रेमनगर पुलिस को सौंपी गई थी, लेकिन पुलिस उन तक समन नहीं पहुंचा सकी। पुलिस ने मौलाना के घर पर किसी के मौजूद न होने व ताला पड़ा होने की दलील दी थी, जबकि इस दौरान घर खुला हुआ था। इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि पुलिस चाहती तो दरवाजे पर भी समन चस्पा कर सकती थी। इतना ही नहीं मौलाना दिल्ली में थे और उनका मोबाइल फोन एक दिन पहले तक खुला रहा, जो अब बंद बताया जा रहा है।
मौलाना की सुरक्षा में दिए थे दो गनर
मौलाना तौकीर रजा की सुरक्षा में काफी समय से बरेली पुलिस के दो गनर तैनात थे। गिरफ्तारी के आदेश के बाद पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा से संपर्क करने की कोशिश की, तो उनका फोन नंबर नहीं लगा। तब पुलिस ने उनकी लोकेशन लेने के लिए दोनों गनर से संपर्क किया तो पता चला कि मौलाना कुछ दिन पहले ही दोनों सुरक्षाकर्मियों को बिना बताए गच्चा देकर कहीं चले गए हैं।