लखनऊ: लोकसभा चुनाव समीप आते ही समाजवादी पार्टी व उसके सहयोगी दलों में भगदड़ मच गई है। पहले रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने सपा का साथ छोड़ा, उसके बाद विधायक पल्लवी पटेल ने अखिलेश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अब सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता व विधान परिषद की सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है। स्वामी प्रसाद बीते कुछ समय से सपा नेताओं द्वारा उनके खिलाफ की गई टिप्पणियों से नाराज चल रहे थे।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स के जरिए विधान परिषद के सभापति को विधान परिषद सदस्यता से अपना त्यागपत्र भेजते हुए इसकी जानकारी साझा की है। वहीं, उन्होंने दूसरे पत्र में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी अपना त्यागपत्र भेजा है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘आपके नेतृत्व में सौहार्दपूर्ण वातावरण में कार्य करने का अवसर मिला। लेकिन बीते 12 फरवरी को हुई वार्ता और 13 फरवरी को प्रेषित पत्र पर किसी प्रकार की वार्ता की पहल न करने के फलस्वरूप वह सपा की प्राथमिक सदस्य से भी त्याग पत्र दे रहे हैं।’
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बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य बीते कुछ समय से समाजवादी पार्टी के नेताओं से नाराज चल रहे थे। इसी के चलते पहले उन्होंने सपा के राष्ट्रीय महासचिव पद से त्याग पत्र दिया वहीं आज उन्होंने सपा की सदस्यता और विधान परिषद सदस्य पद से भी त्यागपत्र दे दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो लोकसभा चुनाव से ठीक पहले स्वामी प्रसाद मौर्य का सपा की सदस्यता से त्यागपत्र देना अखिलेश यादव की चुनावी रणनीति को बिगाड़ सकता है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य सपा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, अभी तक उनके द्वारा ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्वामी प्रसाद मौर्य विधायक पल्लवी पटेल के साथ राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल हो सकते हैं।