वाराणसी कोर्ट ने ज्ञानवापी की सर्वे रिपोर्ट दाखिल करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानि एएसआई को एक हफ्ते का और समय दिया है। सोमवार को एएसआई ने ज्ञानवापी की सर्वे रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कोर्ट से और वक्त मांगा। जिसके बाद कोर्ट ने 18 दिसंबर को रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
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एएसआई की तरफ से केंद्र सरकार के स्थायी अधिवक्ता अमित श्रीवास्तव ने जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में प्रार्थना पत्र दिया। उन्होंने कोर्ट को बताया कि सारनाथ के अधीक्षण पुरातत्वविद् अविनाश मोहंती का रक्तचाप अचानक बढ़ गया और वे बीमार हो गए। ऐसे में वह कोर्ट में उपस्थित होकर रिपोर्ट दाखिल करने में असमर्थ हैं।
इससे पहले बीते 30 नवंबर को जिला न्यायालय ने रिपोर्ट दाखिल करने के लिए 10 दिन की मोहलत दी थी। इसके साथ ही कहा था कि दिए गए समय के अंदर ही रिपोर्ट दाखिल की जाए। अब तक न्यायालय ने एएसआई को चार बार सर्वे रिपोर्ट दाखिल के लिए अतिरिक्त समय दिया है।
बीती 28 नवंबर को एएसआई के अधिवक्ता ने प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें ज्ञानवापी परिसर की सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए तीन हफ्ते का और समय मांगा गया था। बताया जा रहा है कि एएसआई विशेषज्ञ डेटा का विश्लेषण करने के लिए रात-दिन मेहनत कर रहे हैं। विभिन्न विशेषज्ञों के कार्यों के आधार पर निष्कर्षों की जांच और विस्तृत सर्वेक्षण रिपोर्ट को पूरा करने और उसको तैयार करने में कुछ और समय लगेगा।