बदायूं: लोकसभा सीट से वर्तमान भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्या का टिकट कट चुका है। अबकी बार बीजेपी ने बदायूं से दुर्विजय शाक्य को मैदान में उतारा है। मंगलवार को सीएम योगी दुर्विजय शाक्य के समर्थन में आयोजित ‘प्रबुद्ध सम्मेलन’ को संबोधित करने पहुंचे थे। इस दौरान मंच पर भाजपा के कई नेता मौजूद थे। इन्हीं नेताओं के साथ वर्तमान बदायूं सांसद व स्वामी प्रसाद मौर्य की पुत्री संघमित्रा मौर्य भी मंच पर मौजूद थीं।
लेकिन, इस दौरान वह रोते हुए दिखाईं दीं। जिसके बाद चर्चाएं तेज होने लगीं की टिकट कटने की वजह से वह मंच पर आंसू बहा रही थीं।
देखते ही देखते संघमित्रा मौर्य का रोने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल होने लगा। वीडियों में संघमित्रा की दाहिनी ओर योगी सरकार में मंत्री गुलाबो देवी दिख रही हैं। यह वीडियो वायरल होने के बाद लोग तरह-तरह की बातें करने लगे।
मामला सुर्खियों में आया तो पत्रकार भी संघमित्रा के पास पहुंचे। लेकिन, उन्होंने रोने वाली वीडियो को लेकर जो जवाब दिया वह बहुत रोचक था।
संघमित्रा ने पत्रकारों को जवाब देते हुए कहा कि वह भगवान राम के पिता महाराजा दशरथ की कहानी सुनकर भावुक हो गई थीं। उन्होंने कहा मेरे पास प्रदेश सरकार में मंत्री गुलाबो देवी बैठी हुई थीं, क्योंकि उस समय सीएम योगी आदित्यानाथ कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंचे थे, इसलिए कोई कार्यक्रम नहीं चल रहा था। तो मंत्री गुलाबो देवी उन्हें महाराजा दशरथ की कहानी सुनाने लगीं।
संघमित्रा ने कहा कि कहानी बहुत मार्मिक थी, इसलिए मेरी आंखों से आंसू निकल पड़े। संघमित्रा ने कहा कि वह महिला हैं इसलिए भावुक होना स्वाभाविक है। संघमित्रा के इस बयान के बाद लोगों के निशाने पर उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्य आ गए हैं। लोगों का कहना है कि संघमित्रा मौर्या के पिता स्वामी प्रसाद मौर्य को अपनी पुत्री से कुछ सीखना चाहिए। वह भगवान राम के अस्तिस्व और उनकी प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल उठाते हैं। जबकि उनकी पुत्री भगवान राम के पिता महाराजा दशरथ की कहानी सुनकर भावुक हो जाती हैं।
लोगों का कहना है कि भगवान राम मर्यादापुरुषोत्तम हैं। वह बिना किसी के साथ भेदभाव किए हुए सभी को साथ लेकर चले। इसीलिए उनके जीवन चरित्र पर लिखी गई रामचरितमानस हमेशा प्रासंगिक रहेगी। बता दें कि स्वामी प्रसाद मोर्य जब समाजवादी पार्टी में थे, तब उन्होंने रामचरितमानस में लिखी कई चौपाइयों का मनगढ़ंत अर्थ निकालते हुए, धर्मग्रंथ की आलोचना की थी। जिसके बाद उनके खिलाफ सपा में बगावत प्रारंभ हो गई थी। हालांकि अब स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी नई पार्टी बनाई है। लेकिन उनकी पुत्री संघमित्रा मौर्या आज भी भाजपा के साथ खड़ी हुई हैं।