Uttar Pradesh:- यूपी के फतेहपुर जिले के निवासी अशोक सिंह कारसेवा
में बलिदान हो गये थे। सोमवार को उनकी पत्नी को भगवान श्रीराम का पट्टा व शाल देकर
सम्मानित करने के बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के
अवसर पर पधारने का निमंत्रण-पत्र दिया गया। जिसे ग्रहण करते हुए बलिदानी की पत्नी
के आंसू छलक आए।
आज सोमवार को श्रीराम की टोली, अयोध्या मंदिर का
निमंत्रण लेकर कारसेवा में बलिदान हुए अशोक सिंह के घर पहुंची। प्राण-प्रतिष्ठा निमंत्रण
पाकर उनकी पत्नी फूट-फूट कर रोने लगी। उन्होंने कहा की आज मेरे पति की इच्छा पूरी
हुई, वह आज मेरे बीच नहीं है, लेकिन मैं सौभाग्यशाली
हूँ कि प्रभु के मंदिर के लिए हमारे पति बलिदान हुए। आज प्रभु का भव्य मंदिर हमारे
सामने बन गया है, आज हम धन्य हो गए।
बताते चले कि 1992 में मलवां विकास खंड के गुनीर
ग्राम सभा के मजरे राम सहाय का डेरा निवासी अशोक सिंह कार सेवा करने अयोध्या गए
हुए थे। वहां पर उनको गोली लग गई थी। गोली लगने से उनकी मौत हो गई थी। उनका शव भी
परिवार को नहीं मिला था। अस्पताल से मौत की पुष्टि हुई थी। आज जब राम की टोली अयोध्या
मंदिर का निमंत्रण लेकर उनके घर पहुंची, तो पत्नी निर्मला देवी रोने लगी और दोनों
पुत्र सूरज व अमर भी फूट-फूट कर रोने लगे।
इस अवसर पर विभाग प्रचारक रितुराज, जिला संघ-संचालक
रामप्रकाश सिंह, विहिप जिला मंत्री शैलेष सिंह, मालवा खंड कारवाह अभय, धर्म जागरण प्रमुख दशरथ सिंह, अभय सिंह, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विनोद
विश्वकर्मा, विकास तिवारी, करन सिंह, सरवन सिंह ने पत्नी को अंगवस्त्र देकर भगवान श्रीराम का पटका
पहना कर सम्मानित किया, साथ ही अयोध्या का निमंत्रण-पत्र दिया।