Ayodhya: – विश्व हिन्दू परिषद के आह्वान पर देशभर में 15 दिवसीए
गृह सम्पर्क अभियान की शुरूआत हो गयी है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट
के महामंत्री चंपत राय, नगर संघ-चालक महंत जयराम दास और महानगर प्रचारक सुबंधु ने
अक्षत वितरण कर अभियान का शुभारम्भ किया। यह अभियान 01 जनवरी से 15 जनवरी तक चलाया
जाएगा। वहीं दिल्ली में विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने बताया की इसका उद्देशय 22
जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के समय देश भर में दीपोत्सव मनाना है।
प्राण-प्रतिष्ठा से पूर्व अनुसूचित समाज
और सफाईकर्मियों को आमंत्रण
विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने सबसे पहले अनुसूचित समाज
और सफाईकर्मियों को प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण देकर अभियान की शुरूवात की। प्रवक्ता
अशोक तिवारी ने बताया विहिप के नेतृत्व में यह अभियान 15 जनवरी तक चलेगा। राष्ट्रीय स्वयं-सेवक संघ
से जुड़े सभी सम-वैचारिक संगठनों के कार्यकर्ता इस अभियान में अपना सहयोग करेंगे। उन्होंने
बताया कि यह अब तक का सबसे बड़ा गृह सम्पर्क अभियान होगा। प्राण प्रतिष्ठा के दिन
सबको बुलाना संभव नहीं है। इसलिए विहिप ने आहवान किया है कि 22 जनवरी के दिन अपने गांव
के मंदिर में पूजा पाठ करें और उसके बाद अयोध्या आएं।
देश
के सभी मंदिरों में एक साथ होगी पूजा-अर्चना
अयोध्या में जब राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला विराजमान
हो रहे होंगे, तो इस अवसर पर देशभर के मंदिरों में श्रीराम, जय राम, जय-जय
राम का जाप और भजन-कीर्तन होगा। मंदिर पर अयोध्या के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण
किया जायेगा। 22 जनवरी को शाम को सभी हिन्दुओं से अपने-अपने घरों के सामने दीपक
जलाने का आहवान किया है।
श्रीराम मंदिर के निर्माण में करीब पौने
13 करोड़ परिवारों ने दिया सहयोग
श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए विश्व हिन्दू परिषद द्वारा
44 दिनों तक निधि समर्पण अभियान चलाया गया। इसमें 5,37,019 गांवों तक कार्यकर्ताओं
की टोलियां गईं थी। इन टोलियों ने 12 करोड़, 73 लाख 4 हजार एक सौ
पैंतीस परिवारों से संपर्क किया गया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से
चलाये गये, इस अभियान से जुडे एक पदाधिकारी के अनुसार मकर संक्रांति से माघ
पूर्णिमा पंद्रह जनवरी से सत्ताईस फरवरी 2021 तक यह अभियान चला था।
समस्त हिन्दू समाज की भागीदारी से बन रहा श्रीराम
मंदिर
विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त महामंत्री कोटेश्वर ने
बताया कि अभियान में इसका विषेश ध्यान रखा गया था, कि हिन्दू समाज का कोई भी वर्ग
अछूता न रहे। हर जाति, प्रत्येक समुदाय का मंदिर
निर्माण में सहयोग सुनिश्चित किया गया है। निधि समर्पण अभियान में कार्यकर्ताओं ने
भाग लिया। उन्होंने कहा कि श्रीराम जी का मंदिर किसी संगठन या किसी
व्यक्ति विशेष के सहयोग से न बनकर समस्त हिन्दू समाज की भागीदारी से बन रहा है।