Amethi News- लोकसभा चुनाव से पूर्व अमेठी जिले के एक गांव में चुनाव के पूर्णतया बहिष्कार
का बोर्ड लगा है। ‘रोड़ नहीं तो वोट नहीं’ का बोर्ड ग्रामीणों ने गांव
में जगह-जगह लगाकर स्वयं सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। बता दें कि यह गांव अमेठी की सदर तहसील गौरीगंज की सीमा
क्षेत्र में है।
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उत्तर प्रदेश
के अमेठी जिले के अल्पी तिवारी गांव की रोड़ नही बनने से ग्रामीणों में नाराजगी है। नाराज लोगों ने
लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया है। इनका कहना है कि रोड़ नही तो वोट नही। इतना ही
नही इन लोगों ने जगह-जगह इस नारे के साथ बोर्ड भी लगा दिया है। इसके माध्यम से ग्रामीणों ने अपनी तकलीफ
को व्यक्त किया है। ओमप्रकाश ओझा बताते हैं कि हमारे गांव को जोड़ने वाली सात
चकरोड़ हैं। लेकिन आज तक किसी पर भी खड़ंजा या इंटरलॉकिंग नहीं किया गया है। इस
गांव को हमेशा उपेक्षित रखा जाता है। गांव में जाने आने का रास्ता न होने के कारण
मुझे अपनी बेटी की शादी दूसरे गांव जामों से करनी पड़ी थी।
ग्रामीण राम अभिलाष बताते हैं कि
गांव से जब कोई लड़की विदा होती है, तो उसे गांव से 500 मीटर की दूरी तक
ले जाया जाता है, तब वह गाड़ी से अपने ससुराल जाती हैं। इसी प्रकार बारात आने पर
दूल्हे को भी गांव तक कंधे पर बैठाकर लाना पड़ता है। हम लोगों की अपनी गाड़ियां
दूसरे गांव में खड़ी होती है। आजादी के बाद से अब तक इस गांव का कोई भी विकास नहीं
हुआ है। रोड़ बनाने के लिए सालों से शिकायत की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब तक
हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है, तब तक हम लोग लोकसभा चुनाव का इसी
प्रकार पूर्ण रूप से बहिष्कार करते रहेंगे।
ग्रामीण रमाशंकर बताते हैं कि गांव में नाली नहीं
बनी हैं। जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। पीने के पानी की कोई भी समुचित
व्यवस्था नहीं है। यहां तक की जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल पहुंचाने की
योजना भी हमारे गांव तक नहीं पहुंची। हमारे गांव में जल जीवन मिशन की पाइप भी नहीं
डाली गई हैं।