अयोध्या: जन-जन के अराध्य भगवान श्री राम आज अपनी जन्मभूमि पर बने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया विधि विधान के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने संपन्न की। प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री ने अतिथियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राम मंदिर विरोधियों पर तीखा हमला किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भगवान राम संघर्ष की वस्तु नहीं हैं। वह समाधान का एक स्रोत हैं। उन्होंने कहा कुछ लोगों ने सोचा कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने की बात करने से आग भड़क जाएगी। लेकिन, मैं आपको बता दूं। भगवान राम अग्नि नहीं, ऊर्जा के स्रोत हैं। भगवान राम कोई विवाद नहीं हैं, वे समाधान का प्रतीक हैं। भगवान राम हमारे वर्तमान ही नहीं, वे अनंतकाल के लिए हैं। इस दौरान राम मंदिर परिसर में जोरदार जय श्री राम के जयकारे लग रहे थे।
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उल्लेखनीय है कि राम मंदिर को लेकर विपक्षी पार्टियां हमेशा बीजेपी पर निशाना साधा करती थीं। विपक्ष के कई दलों ने राम मंदिर के निर्माण पर आपत्ति जताई थी। विपक्षी दल तब दावा कर रहे थे कि राम मंदिर के निर्माण से देश भर में हिंसक दंगे और हिंसा भड़क उठेगी।
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अपने भाषण में पीएम मोदी ने अयोध्या मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर लोगों को बधाई दी और कहा कि रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि मंदिर का निर्माण सदियों के बलिदान के बाद हुआ है। उन्होंने कहा, सदियों के अभूतपूर्व धैर्य, अनगिनत त्याग और तपस्या के बाद हमारे प्रभु राम आए हैं।