मथुरा में एकादशी से कार्तिक नियम सेवा शुरू हो जाएगी। इस नियम सेवा में शामिल होने के लिए विदेशी कृष्ण भक्तों ने वृंदावन और गोवर्धन में डालना शुरू कर दिया है। वृंदावन के सप्त देवालयों में कार्तिक नियम सेवा 25 अक्टूबर एकादशी से शुरू होगी, जो 27 नवम्बर तक जारी रहेगी। कई मंदिरों में सुबह 3.30 बजे से मंगला आरती के दर्शन करने के लिए भक्त मंदिरों में पहुंचेंगे। इसी के साथ वृंदावन की परिक्रमा भी शुरू हो जाएगी।
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कार्तिक नियम सेवा में शामिल होने के लिए विदेशी कृष्ण भक्तों ने आश्रम और मंदिरों में पहुंचना शुरू कर दिया है। उधर, गिराज महाराज की तलहटी के आश्रमों एवं मंदिरों में कार्तिक मास में होने वाली नियम सेवा की तैयारियां प्रारम्भ हो गई है। यहां भी 25 अक्टूबर से शुरू हो रहे कार्तिक मास के लिए काफी संख्या में देसी-विदेशी श्रद्धालु यहां के चैतन्य महाप्रभु नीमतला, नया मंदिर, तीनकोड़ी बाबा आश्रम, चैतन्य गौड़िया मठ आश्रम, सिद्ध बाबा आश्रम, राधा श्याम सुन्दर आदि मंदिरों में श्रद्धालुओं ने अपना डेरा डाल लिया है।
कार्तिक मास को दामोदर मास भी कहा जाता है। इस माह में प्रभु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। नियमसेवा में भजन, कीर्तन और प्रवचन विधि विधान के साथ होंगे। 34 दिवसीय चैतन्य महाप्रभु मंदिर में एवं राधा श्याम सुन्दर मंदिर में कार्तिक नियम सेवा उत्सव 25 अक्टूबर से 27 नवम्बर तक मनाया जाएगा। नियम सेवा अंतर्गत शरद पूर्णिमा, अहोई अष्टमी, दीपावली, देवउत्थान एकादशी पर जगह-जगह तुलसी शालीग्राम का विवाह उत्सव होगा।
गोवेर्धन पूजा अन्नकूट उत्सव मनाया जायेगा। राधा श्याम सुन्दर मंदिर के मुड़िया संत महंत रामकृष्णदास ने बताया के प्रतिदिन प्रातः 5 बजे मंगला आरती, 7 बजे श्रृंगार आरती एवं शाम 6 से 7 बजे तक संतों के प्रवचन और रात को 8 बजे शयन आरती होगी। इस दौरान देसी-विदेशी श्रद्धालु प्रातः 4 बजे से देर रात तक गिराज महाराज की सप्त कोसी परिक्रमा भी करेंगे।