12वीं की छात्रा के साथ बरेली में हुई वीभत्स घटना का मुख्यमंत्री योगी ने संज्ञान लिया है। CM योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की ऐलान किया है। इसके अलावा लापरवाही बरतने पर प्रभारी निरीक्षक सीबीगंज थाना, दरोगा और बीट सिपाही को निलंबित कर दिया गया है।
बता दें उत्तर प्रदेश के बरेली में कोचिंग से लौट रही छात्रा को शोहदों ने चलती ट्रेन के आगे फेंक दिया। हादसे में उसकी जान तो बच गयी लेकिन उसके दोनों पैर और एक हाथ कट गये। बरेली के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। घटना बरेली के सीबीगंज थाना क्षेत्र की है। यहाँ 12वीं की छात्रा बुधवार की शाम को कोचिंग से पढ़कर वापस लौट रही थी। तभी मनचलों उससे छेड़छाड़ शुरू कर दी। उसने विरोध किया तो आरोपियों ने उसे चलती ट्रेन के आगे फेंक दिया।
छात्रा की मां ग्राम प्रधान और पिता सराफा कारोबारी
पीड़ित परिवार ने गांव के ही विजय और उसके साथी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि वह आए दिन उनकी बेटी को छेड़ता था, जिसकी शिकायत उसके घरवालों से की गई थी। कल शाम उसे ट्रेन के आगे फेंक दिया। उसके पैर और हाथ कट गए। छात्रा की मां ग्राम प्रधान और पिता सराफा कारोबारी है, जबकि चाचा अधिवक्ता हैं।
इंस्पेक्टर, दरोगा और सिपाही निलंबित
घटना पर बरेली के DM रविंद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वयं मामले को संज्ञान में लिया है। सीबीगंज थाना के इंस्पेक्टर, दरोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के लिए पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है। छात्रा को हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है। आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना पर वरिष्ठ पुलिस कप्तान घुले सुशील चंद्रभान ने कहा कि छात्रा के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मुख्य आरोपित विजय और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य एक आरोपी की तलाश की जा रही है।
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