वाराणसी- फूलपुर थाना क्षेत्र के पिंडरा रायतारा में ढाई बीघे जमीन के लालच में एक कलयुगी सगे चाचा ने अपने तीन साल के भतीजे को कुएं में फेंक मार डाला। शुक्रवार को फूलपुर और क्राइम ब्रांच की संयुक्त पुलिस ने आरोपी चाचा को गिरफ्तार कर लिया। हृदय विदारक घटना की कहानी सुन ग्रामीण भी दंग रह गए। मृत बालक के पिता की मौत भी लगभग 15 दिन पूर्व हुई थी। पिंडरा रायतारा निवासी किशोरीलाल अपने तीन साल के पोते कृष्ण के साथ गुरूवार रात अपने घर के बाहर सोये हुए थे। शुक्रवार तड़के लगभग चार बजे किशोरीलाल पोते को बिस्तर पर सोते देख उसे छोड़कर शौच के लिए चले गए। नित्य क्रिया से फारिग होकर जब लौटे तो बिस्तर पर कृष्ण को न देख बहू को आवाज लगाई। इसके बाद पता चला कि कृष्ण घर में आया ही नहीं तो परिजन सशंकित हो गए। कृष्ण की काफी खोजबीन के बाद किशोरी ने पुलिस को घटना की जानकारी दी।
यह भी पढ़ें- Amroha: घरेलू कलह के चलते माँ ने बच्चों संग लगाई आग, दोनों मासूमों की मौत
मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ की तो पता चला कि किशोरीलाल का छोटा पुत्र बाबूलाल भोर में मौके पर दिखा था। किशोरीलाल ने बताया कि बच्चे के लापता होने से एक दिन पहले उनके छोटे बेटे ने जमीन को लेकर घर में झगड़ा किया था। उसने किशोरीलाल से जमीन अपने नाम करने की बात कही थी। इस पर किशोरीलाल ने कहा था कि वह जमीन अपने पोते के नाम ही करेंगे। पुलिस ने शक होने पर बाबूलाल को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने राज उगल दिया। बाबूलाल ने बताया कि उसने सोते समय बच्चे को उठाया। घर से 500 मीटर दूर कुएं में ले जाकर फेंक दिया। पुलिस ने बाबूलाल की निशानदेही पर बच्चे का शव बरामद कर लिया। मासूम कृष्ण का शव देख उसकी मां बेसुध हो गई। 15 दिन पहले पति की मौत और मासूम बेटे की मौत से बेहाल महिला को पड़ोसी महिलाएं ढांढस बंधाती रहीं।