पूरे देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में छठ पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। आज सोमवार को सुबह उगते सूर्य देव को अर्घ्य देने के साथ ही इस पर्व का समापन हुआ। इस दौरान छठी मैया की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की गई और व्रत का पारण किया गया।
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सोमवार को यूपी के लखनऊ, वाराणसी, मिर्ज़ापुर और मुरादाबाद जिलों में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद महापर्व छठ पूजा का व्रत पूर्ण हुआ। बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रमुख घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। प्रात: काल सूर्य के उदय होते ही श्रद्धालुओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। छठ व्रतियों ने पुत्र की दीर्घायु और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना को लेकर आराधना की। व्रतियों ने अर्घ्य अर्पित कर मंगल कामना की। इस दौरान जयघोष गूंजता रहा। माहौल भक्ति से ओतप्रोत रहा।
बता दें कि, यह व्रत कुल 36 घंटे का था, जिसे व्रती महिलाओं ने छठ पूजा के समापन के बाद खोला है। यह पर्व बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड राज्य में बड़े धूम-धाम के साथ मनाया गया। करीब लाखों की संख्या में व्रती महिलाओं ने जगह-जगह घाटों पर अपनी आस्था की उपस्थिति दर्ज करवाई। आज सोमवार को छठ पर्व का चौथा और आखिरी दिन था।
छठ पूजा का व्रत घर की महिलाएं रखती हैं। यह व्रत छठी मैया और सूर्य भगवान को समर्पित होता है। मान्यता है कि छठी मैया नि:संतान दंपतियों को संतान का वरदान देती हैं और घर की सुख-समृद्धि का भी आशीर्वाद देती हैं।
छठ का ये पर्व 17 नवंबर 2023 को नहाय-खाय से शुरू हुआ था और आज 20 नवंबर 2023 को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की विधि के साथ पूर्ण रूप से संपन्न हुआ। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व में व्रती महिलाओं ने खरना के बाद से व्रत का संकल्प लिया था। यह व्रत कुल 36 घंटे का होता है। यह व्रत निर्जला रखा जाता है। आज इस व्रत का पारण कर महिलाओं ने छठ के प्रसाद के साथ अन्न-जल को ग्रहण किया।