KARWA CHAUTH 2023: भरतीय संस्कृति और परंपराएं विश्व भर की सभ्यताओं में अपना एक विशेष स्थान रखती हैं। वैसे भी भारत को पर्वों और उत्सवों का देश कहा जाता है। हर पर्व, हर त्योहार अपने आप में एक विशेषता रखता है। पितृपक्ष के बाद उत्सवों का क्रम आरम्भ होता है और होली तक चलता है। दीपावली से 12 दिन पहले करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। और ये पर्व पति-पत्नी के प्रेम और समर्पण को और भी गहरा कर देता है। महिलाएं अपने पति की लम्बी आयु और सात जन्मों के साथ के लिए निर्जल उपवास रखती हैं, और चंद्रमा के उदय होने पर चंद्रमा के दर्शन और उन्हें अर्घ्य देती हैं फिर अपने पति के हाथों जल पी कर उस व्रत को तोड़ती हैं।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का त्योहार मनाया जाता है। इस बार करवा चौथ का त्योहार एक नवंबर को मनाया जाएगा। यह पर्व हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और राजस्थान आदि राज्यों में मनाया जाता है। लेकिन इन प्रदेशों के प्रवासी देश विदेश में भी करवा चौथ पर्व को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं। आइए जानते हैं इस बार ये व्रत कब किया जाएगा और करवा चौथ पर आपके शहर में चंद्र दर्शन किस समय होंगे।
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करवा चौथ की तिथि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि आरंभ: 31 अक्टूबर, मंगलवार, रात्रि 09:30 मिनट से कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि
करवा चौथ व्रत पूर्ण: 1 नवंबर, बुधवार, रात्रि 09:19 मिनट तक चतुर्थी तिथि का चंद्रोदय 1 नवंबर को होगा, इसलिए इसी दिन करवा चौथ का व्रत किया जाएगा।
करवा चौथ पूजन का शुभ मुहूर्त: शाम 05:34 मिनट से 06: 40 मिनट तक
पूजा की अवधि: 1 घंटा 6 मिनट
अमृत काल: शाम 07:34 मिनट से 09: 13 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: पूरे दिन और रात
उत्तरप्रदेश के प्रमुख शहरों में चंद्रमा के उदय होने का समय
लखनऊ सायंकाल: 08:05
कानपुर सायंकाल: 08:08
प्रयागराज सायंकाल: 08:05
वाराणसी सायंकाल: 8:00
आगरा सायंकाल: 8:16
प्रभु श्रीराम की नगरी में सायंकाल 8.00 बजे चंद्रमा के दर्शन किया जाएंगे।
Karwa Chauth Par Aapke Shahar Mein Kab Niklega Chand