लोक आस्था के महापर्व डाला छठ को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से वाराणसी के गंगा घाटों पर तैयारी पूरी कर ली गई है। घाट पर किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए खास व्यवस्था की गई है। काशी के गंगा तटों, शहर के कुंड व तालाबों में छठ मनाने के लिए लाखों की भीड़ जुटती है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने श्रद्धालुओं की चिकित्सा एवं सुरक्षा से जुड़े व्यापक इंतज़ाम के लिए अफसरों को निर्देश दिए हैं।
ये भी पढ़ें- Lucknow: नगर निगम में खुला रिश्वत का खेल; ज़ोन 2 का RI सुबोध वर्मा 8000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा गया
काशी में छठ पर्व पर एनडीआरएफ की 6 टीम और वाराणसी से सटे जिले चंदौली में 2 टीमें सभी जरूरी सुरक्षा उपकरणों और वॉटर एम्बुलेंस के साथ गंगा में तैनात की गई हैं। 11वीं बटालियन एनडीआरएफ उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने शनिवार को बताया कि छठ महापर्व पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और चिकित्सा का दायित्व संभालने के लिए बटालियन गंगा नदी के घाटों पर तैनात रहेगी।
उन्होंने बताया कि वाराणसी में गंगा नदी में 6 टीमें तैनात की गई हैं। प्रत्येक टीम में 25 से 30 जवान रखे गए हैं। एनडीआरएफ के बचाव कर्मियों को वॉटर एम्बुलेंस, गोताखोर, पैरामेडिक्स, डीप डाइवर्स, डीप डाइविंग सूट, लाइफ जैकेट, ऑक्सीजन सिलेंडर व अन्य आवश्यक बचाव उपकरणों के साथ सभी प्रमुख घाटों पर तैनात किया गया है। एनडीआरएफ के बचावकर्मी रेस्क्यू मोटर बोट एवं वॉटर एम्बुलेंस के साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा लिए गंगा में लगातार पेट्रोलिंग भी करते रहेंगे। सभी बोट पर एमएफआर (मेडिकल फर्स्ट ऐड एंड रिस्पांस) के प्रशिक्षित जवान भी होंगे।
वाराणसी के बीएलडब्ल्यू में सूर्य सरोवर में भी काफी संख्या में छठ व्रती जुटते हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यहां भी एनडीआरएफ की टीमें तैनात रहेंगी। इसके अलावा पड़ोस के जिले चंदौली में भी 11वीं बटालियन एनडीआरएफ की 2 टीमें तैनात की गई हैं। वहीं आसपास के क्षेत्रों के लिए आपातकाल के लिए भी वाहिनी मुख्यालय में एनडीआरएफ के जवान 24 घंटे मुस्तैद हैं।