यूपी की औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाला कानपुर शहर शुक्रवार को एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 47,573 करोड़ रुपये की लागत वाली 15 मेगा विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया. इन परियोजनाओं में कानपुर मेट्रो के भूमिगत सेक्शन, पावर प्लांट, रेलवे पुल और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं. इस पहल के माध्यम से विकास के साथ-साथ शहर की पौराणिक और ऐतिहासिक विरासत को भी संजोने का प्रयास किया गया है.
#WATCH कानपुर (उत्तर प्रदेश): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के द्वितीय चरण का शुभारंभ किया। pic.twitter.com/wsp4jDcfpt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 30, 2025
मेट्रो का भूमिगत सफर शुरू, विरासत के रंगों से सजी दीवारें
पीएम मोदी ने कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के भूमिगत खंड का उद्घाटन किया, मेट्रो का यह जाल यह चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक फैला है. इसके साथ ही पांच नए भूमिगत मेट्रो स्टेशनों– चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल, को पीएम मोदी ने जनता को समर्पित किया. इससे पहले IIT कानपुर से मोतीझील तक के 9 एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन चालू हो चुके थे. अब कुल मिलाकर कानपुर मेट्रो के 14 स्टेशन पूरी तरह तैयार हो चुके हैं. जो रोजाना हजारों यात्रियों के सफर के साझी बनेंगे.
मेट्रो स्टेशनों की दीवारों को 1857 की क्रांति, गंगा आरती, मिट्टी के बर्तन और पारंपरिक चित्रों से सजाया गया है, जो यात्रियों को कानपुर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अहसास कराएंगे.
ऐतिहासिक क्षण!
30 मई को मा. प्रधानमंत्री करेंगे मोती झील से कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवाओं के विस्तार का शुभारंभ।
नए अंडरग्राउंड स्टेशन शहर की संस्कृति और परिवेश को समेटे हैं। दीवारें हाथ से बनी सुंदर पेंटिंग्स से सजी हैं।#UPMetro #UPMRC #KanpurMetro pic.twitter.com/haDVBUJii7— Uttar Pradesh Metro Rail Corporation (@OfficialUPMetro) May 29, 2025
महिला सुरक्षा और यात्री सुविधाओं का ध्यान
कानपुर मेट्रो को महिला सुरक्षा और दिव्यांगजनों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है. हर स्टेशन को डार्क स्पॉट फ्री बनाया गया है, जिससे किसी के छिपने की कोई जगह न हो. एक मेट्रो ट्रेन में 24 CCTV कैमरे और 8 PTZ कैमरे लगाए गए हैं. दिव्यांग यात्रियों के लिए कोच में विशेष व्हीलचेयर जोन और लॉन्ग स्टॉप रिक्वेस्ट बटन की सुविधा होगी. साथ ही इमरजेंसी में यात्री स्टेशन पर खुद भी ट्रेन रोक सकेंगे.
मेट्रो स्टेशनों पर हर साल उत्पादित होगी 12 लाख यूनिट बिजली
मेट्रो स्टेशनों की छतों पर सोलर पैनलों को स्थापित किया गया है. जिससे हर साल 12 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा. इस बिजली से मेट्रो ट्रनों का संचालन किया जाएगा. साथ ही मेट्रो स्टेशनों पर उपयोग होने वाली बिजली का उत्पादन भी इन्हीं सोरल पैनलों के जरिए किया जाएगा.
महिलाओं के लिए पिंक ऑटो सेवा
महिलाओं की सुरक्षा और सहूलियत के लिए ‘पिंक ऑटो’ सेवा की शुरुआत होगी. ये ऑटो केवल महिलाओं के लिए ही होंगे और उन्हें महिलाएं ही चलाएंगी. जिससे महिलाओं को मेट्रो से घर या ऑफिस तक की दूरी को भी सुरक्षित बनाया जा सकेगा.
क्रांतिकारियों के नाम पर रखा गया मशीनों का नाम
कानपुर मेट्रो के भूमिगत सेक्शन की खुदाई में उपयोग की गई बोरिंग मशीनों के नाम 1857 के नायकों ‘नाना’ और ‘तात्या’ पर रखा गया था. नाना साहेब पेशवा कानपुर के भिठूर स्टेट के राजा थे. उन्होंने अपने सेनापति तात्या टोपे के साथ मिलकर अंग्रेजों से डटकर मुकाबला किया था. इसी के चलते दोनों महान क्रांतिकारियों को सम्मान देने के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने सम्मान दिया था.
कानपुर मेट्रो स्टेशनों की सूची
एलिवेटेड स्टेशन (9KM): 1-IIT, 2- कल्याणपुर, 3-SPM हॉस्पिटल, 4- CSJM यूनिवर्सिटी, 5-गुरुदेव, 6- गीता नगर, 7-रावतपुर, 8-एलएलआर हॉस्पिटल, 9-मोतीझील, वहीं भूमिगत स्टेशन (7KM):1-चुन्नीगंज, 2-नवीन मार्केट, 3-बड़ा चौराहा, 4-नयागंज, 5-कानपुर सेंट्रल
तीन बिजली इकाइयों व थर्मल पावर परियोजना का उद्घाटन
पीएम मोदी ने घाटमपुर की 660 मेगावाट की तीन बिजली इकाइयों और पनकी की थर्मल पावर परियोजना का भी उद्घाटन किया. साथ ही पनकी से कल्याणपुर तक दो नए रेलवे पुलों भी कानपुर की जनता को समर्पित किया.