लखनऊ: एक तरफ ऑपरेशन सिंदूर से इस्लामी आतंक थर्रा रहा था, वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश सरकार ने कट्टरपंथ के गढ़ों को ध्वस्त करने की कार्रवाई कर दी. योगी सरकार ने नेपाल सीमा से सटे जिलों में अवैध रूप से कब्जा कर बनाए मस्जिदों, मदरसों, मजारों और ईदगाहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. पिछले कुछ दिनों में 350 से ज्यादा ऐसे धार्मिक स्थल चिन्हित किए गए हैं, जिनमें अवैध निर्माण पाए गए. प्रशासन ने इन अवैध निर्माणों को सील कर दिया है और कई को ध्वस्त करने की प्रक्रिया भी पूरी की गई है. ये अवैध निर्माण नेपाल सीमा से लगे श्रावस्ती, बहराइच, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, पीलीभीत, बलरामपुर और लखीमपुर खीरी शामिल हैं, जहां यह कार्रवाई की गई है.
श्रावस्ती में सबसे बड़ी कार्रवाई, 100 से ज्यादा ढांचे ध्वस्त
श्रावस्ती जिले में शनिवार और रविवार को जिला प्रशासन ने सबसे बड़ी कार्रवाई की. यहां 104 मदरसे, 1 मस्जिद, 5 मजारें और 2 ईदगाहों को अवैध रूप से चिन्हित किया गया था. इन निर्माणों में से कुछ को ध्वस्त किया गया और कुछ को सील कर दिया गया. प्रशासन का कहना है कि ये सभी बिना अनुमति के निजी भूमि पर बने थे और इन्हें वैध रूप से अनुमति नहीं मिली थी. इस कार्रवाई में अब तक 100 से ज्यादा अवैध ढांचों को चिन्हित किया जा चुका है और कार्रवाई की प्रक्रिया लगातार जारी है.
आज तहसील जमुनहा के रहमतु गांव में सार्वजनिक भूमि पर बने अवैध मदरसे पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. बुलडोजर चलाकर मदरसे को ध्वस्त कर दिया गया. इसके अलावा, निजी भूमि पर संचालित 4 अमान्यता प्राप्त मदरसों को सील कर दिया गया है.
बहराइच में 170 से अधिक अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चला
नेपाल के सीमावर्ती जिले बहराइच में प्रशासन ने 170 से ज्यादा अवैध निर्माणों को बुलडोज किया है. ये कार्रवाई भी बीते 3 दिनों में हुई है. इन निर्माणों में 13 मदरसे, 8 मस्जिदें, 2 मजारें और 1 ईदगाह शामिल थीं, जो सरकारी जमीन पर बने थे. इन निर्माणों में से 11 अवैध स्थलों को 10 और 11 मई को ध्वस्त कर दिया गया है और 5 को सील कर दिया गया है. सरकारी जमीन पर इन निर्माणों के होने के कारण यह कार्रवाई की गई.
सिद्धार्थनगर में 23 अवैध धार्मिक निर्माणों पर कार्रवाई
सिद्धार्थनगर जिले में भी प्रशासन ने 10-11 मई को 23 अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की. इनमें 4 मस्जिदें, 18 मदरसे और 1 अन्य निर्माण था, जो बिना अनुमति के बनाए गए थे. प्रशासन ने इन निर्माणों के खिलाफ नोटिस जारी किए और 5 मदरसों को सील कर दिया, जबकि 9 मदरसों और अन्य ढांचों को ध्वस्त कर दिया गया.
महाराजगंज और लखीमपुर खीरी में भी कार्रवाई तेज
वहीं, महाराजगंज जिले के नौतनवा तहसील में एक गैर-मान्यता प्राप्त मदरसा ध्वस्त कर दिया गया. इस मदरसे का बिना अनुमति के निर्माण किया गया था और अब पुलिस को उसकी चाबी सौंपी जा चुकी है. लखीमपुर खीरी जिले में 2 मस्जिदों, 1 मजार और 8 मदरसों को अवैध घोषित किया गया. इनमें से कुछ को सील किया गया और बाकी को ध्वस्त किया गया है.
पीलीभीत में अवैध मस्जिद पर नोटिस, जवाब मांगा गया
पीलीभीत जिले के भरतपुर गांव में 0.0310 हेक्टेयर भूमि पर बनी एक मस्जिद को अवैध करार दिया गया है. प्रशासन ने इस मस्जिद को नोटिस जारी किया और संबंधित पक्ष से 15 दिनों के भीतर जवाब मांगा है. यदि जवाब संतोषजनक नहीं होता है, तो मस्जिद को हटाने की कार्रवाई की जाएगी.
बलरामपुर में निर्माणाधीन मदरसा भी ध्वस्त
बलरामपुर जिले में भी अवैध निर्माणों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई. यहां सार्वजनिक भूमि पर बन रहे एक मदरसे को ध्वस्त कर दिया गया. इसके अलावा, अब तक यहाँ 30 मदरसों, 10 मजारों और 1 ईदगाह को अवैध करार दिया गया और ध्वस्त किया गया है. इन मदरसों और अन्य धार्मिक ढांचों में से 10 मदरसे, 10 मजारें और 1 ईदगाह सार्वजनिक भूमि पर बने थे, जबकि 20 मजारें निजी भूमि पर बनाई गई थीं. इन सभी को नियमों की अनदेखी करने के कारण ध्वस्त कर दिया गया. यहाँ 8 मदरसे सरकारी भूमि पर बनाए गए थे.
धर्म के नाम पर कोई अवैध कब्जा नहीं होगा – सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट रूप से कहा है कि धर्म के नाम पर किसी भी तरह का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस तरह के कब्जों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं और यह कार्रवाई जारी रहेगी. उनका कहना है कि राज्य में कानून का शासन हर हाल में स्थापित किया जाएगा और जो लोग नियमों की अनदेखी करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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