बीती 6-7 मई की रात भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया. इस अटैक में 100 से ज्यादा पाकिस्तानी इस्लामिक आतंकी मारे गए. मारे गए आतंकियों की सूची में कुछ खूंखार आतंकियों के भी नाम शामिल हैं. जिनका दहशतगर्दी की दुनिया में लंबा इतिहास रहा है. इन आतंकियों ने भारत में कई आतंकी हमलों को अंजाम देकर निर्दोष लोगों की जान ली है. मारे गए आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तान सेना कई बड़े अधिकारी शामिल हुए और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया. साथ ही प्रेसवार्ता के दौरान पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने खुद कबूल किया की पाकिस्तानी सेना का असली मकसद जिहाद है.
मारे गए टॉप 5 आतंकी
मारे गए टॉप 5 आतंकियों में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी मुदस्सर खादियान खास उर्फ मुदस्सर उर्फ अबू जुंदाल और खालिद उर्फ अबू अक्शा, जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी हाफिज मुहम्मद जमील, मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद और मोहम्मद हसन खान. वहीं, लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी खालिद उर्फ अबू अक्शा का नाम शामिल है. यह आतंकी भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए कई घटनाओं को अंजाम दे चुकै हैं. आइए इनकी क्राइम कुंडली के बारे में जानते हैं.
आतंकी मुदस्सर खादियान खास उर्फ मुदस्सर
आतंकी मुदस्सर खादियान खास पाकिस्तान के मुरीदके स्थित मरकज तैयबा का प्रभारी था. इसकी पहचान पाकिस्तान के खूखांर इस्लामिक आतंकी के रूप में होती है. भारत ने जब 6-7 मई की रात मिसाइल हमला किया, उसमें यह भी मारा गया.
हैरानी करने वाली बात यह है कि आतंकी मुदस्सर खादियान खास के जनाजे में शामिल होने के लिए पाकिस्तान सेना के कई अधिकारी और पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज भी पहुंचीं थीं. आतंकी को गार्ड ऑफ ऑनर देकर उसकी लाश पर पाकिस्तान का झंडा डाला गया. फिर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उसे दफनाया गया. मुदस्सर खादियान के जनाजे का आयोजन एक सरकारी स्कूल में किया गया. जिसकी जिम्मेदारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घोषित आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के हाफिज अब्दुल रऊफ ने संभाली.
हाफिज मुहम्मद जमील
हाफिज मुहम्मद जमील जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन से जुड़ा आतंकवादी था. इसकी भी मौत ऑपरेशन सिंदूर में हुई है. हाफिज मुहम्मद को बहावलपुर के मरकज सुभान अल्लाह का मुख्यकर्ता-धर्ता बताया जाता है. हाफिज आतंकियों के आका मौलाना मसूद अजहर का साला था. यह युवाओं को जिहादी, कट्टरपंथी और फिदायीन बनाने के लिए मानसिक रूप से तैयार करता था. साथ ही इसका काम जैश-ए-मोहम्मद के लिए धन जुटाना भी था.
मोहम्मद यूसुफ अजहर
जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी मोहम्मद यूसुफ अजहर भी ऑपरेशन सिंदूर में मारा गया. इसे उस्ताद जी, मोहम्मद सलीम और घोसी साहब के नाम से भी जाना जाता था. यह भी मौलाना मसूद अजहर का साला था. जिसका काम जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देना था. यह जम्मू-कश्मीर में हुई कई आतंकी वारदातों में शामिल था. साथ ही आईसी-814 अपहरण मामले में वांछित भी था.
मोहम्मद हसन खान
मोहम्मद हसन खान आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा आतंकी था. यहा आतंकी मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा, जो पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद का ऑपरेशनल कमांडर था. इसने जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकी घटनाओं में कई बार आतंकियों को मदद पहुंचाई थी.
खालिद उर्फ अबू अक्शा
लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख आतंकी खालिद उर्फ अबू अक्शा जम्मू-कश्मीर में घटी कई आतंकवादी वारदातों में शामिला था. साथ ही वह अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी कर आतंकियों के पास पहुंचाता था. आतंकी खालिद को फैसलाबाद में दफनाया गया. जिसके जनाजे में पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर भी शामिल हुए थे.
आतंकियों और पाकिस्तानी सेना के बीच गहरा नाता
पाकिस्तानी आर्मी और आतंकियों के बीच कितना गहरा नाता है यह आतंकी अब्दुल रऊफ के जनाजे में दिखा. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी अब्दुल रऊफ को मार गिराया, जिसके बाद उसके जनाजे में शामिल होने के लिए पाकिस्तानी सेना के कई अधिकारी मौजूद रहे. जिसकी फोटो भी सार्वजनिक हैं. आतंकी के जनाजे में लेफ्टिनेंट जनरल फय्याज हुसैन, मेजर जनरल राव इमरान, ब्रिगेडियर मोहम्मद फुरकान शामिल थे. साथ ही प्रशासनिक अधिकारी के रूप में डॉ उस्मान अनवर और पाकिस्तान पंजाब के विधायक मलिक सोहैब अहमद भी मौजूद रहे.
जिहाद ही पाकिस्तानी सेना का मकसद
भारत से मुंह की खाने के बाद पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने प्रेस वार्ता में कहा कि हमारा मकसद में अल्लाह के रास्ते में जिहाद करना है. इसके लिए हम कुछ भी करेंगे. शरीफ चौधरी ने कहा कि ईमान, तकवा, जिहाद फी-सबीलिल्लाह ही हमारा एकमात्र उद्देश्य है. अहमद शरीफ ने आगे कहा कि पाकिस्तानी फौज के अंदर जो इस्लाम है, वह हमारी ट्रेनिंग और विश्वास का भी हिस्सा है.
जिहाद ही पाकिस्तानी सेना का मकसद: लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी, पाकिस्तानी सेना का प्रवक्ता pic.twitter.com/dqeFGvrQvs
— LIVE_UPToday (@LIVEUPToday) May 12, 2025
आतंकी का बेटा है पाकिस्तानी सेना का प्रवक्ता
पाकिस्तानी सेना का प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी का पिता सुल्तान बशीरुद्दीन महमूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया गया था. सुल्तान बशीरुद्दीन महमूद कभी पाकिस्तान का परमाणु वैज्ञानिक था. लेकिन बाद में वह कट्टरपंथ की राह पर चल पड़ा. दुनिया के सबसे खुंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन से उनके मधुर संबंध रहे. यहां तक की उसने अल-कायदा को परमाणु बम बनाने की तकनीक देने का भी प्रयास किया था. जिसके बाद 9/11 हमले के बाद 2001 में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया था. अब उसी आतंकी सुल्तान बशीरुद्दीन महमूद के बेटे अहमद शरीफ को पाकिस्तानी सेना का प्रवक्ता बनाया गया है.