नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 हिंदू पर्यटकों की मौत हो गई थी. इसके बाद भारत ने 6 मई की रात POK और पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर दिया था. इसके बाद पाकिस्तान ने 8 मई की रात स्वार्म ड्रोन और अपने भारी तोपखाने से भारत के जम्मू-कश्मीर और पंजाब पर कुछ ठिकानों पर हमला कर दिया. भारत ने भी जवाबी कार्रवाई में अपने ‘S-400 सुदर्शन चक्र’ से इन हमलों नाकाम कर दिया. अभी बीते दिन यानी शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने X पर पोस्ट कर दोनों देशों के बीच सीज फायर की घोषणा की थी. साथ ही ये भी खबर आई थी कि भारत और पाकिस्तान के DGMO ने फोन पर वार्ता कर संघर्ष विराम की बात कही थी. लेकिन इसके 3 घंटे बाद ही पाकिस्तान ने सीज फायर का उल्लंघन कर दिया.
6 मई की रात भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ चलाया ‘ऑपरेशन सिंदूर’-
पहलगाम में 22 अप्रैल को 4 आतंकवादियों ने 26 हिंदू पर्यटकों को गोली मार कर नर संहार किया था. आतंकियों ने पर्यटकों को धर्म पूछकर उनकी जान ली थी. साथ ही महिलाओं की जान बख्श कर कहा था कि ‘मोदी को बता देना’. उसके 15वें दिन भारत की ओर से POK और पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था. इस कार्रवाई में लश्कर ए तैयबा और जैश एक मोहम्मद के आतंकी ठिकाने नष्ट हुए थे. साथ ही 100 अधिक आतंकवादी भी मारे गए थे. PM मोदी ने इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया था और इसे आतंकी हमले में मारे गए मृतकों की पत्नियों को समर्पित किया था.
8 मई को पाकिस्तान ने भारत पर किया था ड्रोन अटैक-
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और अपने आतंकियों की मौत से बौखलाए पाकिस्तान ने 8 मई की देर शाम भारत के कई शहरों को अपने ड्रोन हमले से निशाना बनाना चाहता था. भारत ने अपने सबसे शक्तिशाली और विश्वस्नीय एयर डिफेंस प्रणाली ‘S-400 सुदर्शन चक्र’ से पाकिस्तान के ड्रोन्स को नष्ट कर दिया और उसके घृणित मंसूबों को नाकाम कर दिया था. उसी रात भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए दुश्मन देश के लाहौर, बहावलनगर, क्वेटा, कराची, इस्लामाबाद और खैबर पक्तूनख्वा शहर पर हमला किया. भारत ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में एक के बाद एक 4 हमले किए. फ्रंटियर कॉर्प्स के मुख्यालय, कैप्टन सफर खान चेक पोस्ट, करानी रोड हजारा टाउन स्थित सुरक्षा चौकी और एंटी-नारकोटिक्स फोर्स कैंप को निशाना बनाया.
9 मई को भारत ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को किया नष्ट-
भारतीय वायुसेना ने 9 मई की रात लाहौर में पाकिस्तान के HQ-9B एयर डिफेंस प्रणाली को पूरी तरह नष्ट कर दिया था. इसके बाद पाकिस्तान ने स्वार्म ड्रोन, लुटेरिंग म्यूनिशन और फतेह मिसाइलों के ज़रिए भारत 26 भारतीय ठिकानों पर हमला किया था. भारतीय वायु सेना ने ‘S-400 सुदर्शन चक्र’ से उसके हमलों को विफाल कर दिया था. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के सियालकोट, अंतरराष्ट्रीय सीमा-IB और उसके कई LOC सेक्टरों पर भारी हमले किए. वहीं, पाकिस्तान ने ओर से 3 फायटर प्लेन गिराने का झूठ भी बोला, जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया. भारत में पाकिस्तान से भेजे गए ड्रोन के मलबों की जांच से पता चला कि को तुर्की के हैं.
10 मई को पाकिस्तान ने किया सीज फायर का उल्लंघन-
जिस भारत जवाबी कार्रवाई में एक के बाद एक पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना बा रहा था, उसने संघर्ष विराम का बहाना बनाया और शाम 6 बजे भारत ने संघर्ष विराम की पुष्टि कर दी थी कि पाकिस्तान की पहल पर दोनों देशों के DGMO के बीच बातचीत हुई है. दोनों देश सीजफायर के लिए तैयार हो गए हैं. उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी X पर पोस्ट कर इस बात की पुष्टि भी कर दी थी. ऐसा माना जा रहा था कि दोनों देशों के बीच संघर्ष ऐसा प्रतीत हुआ कि भारत का कड़ा रुख तो जारी रहेगा, हालांकि पाकिस्तान की फितरत हर बार की तरह फिर से सामने आई और सीज फायर के 3 घंटे बाद ही उसने संघर्ष विराम तोड़ने दिया. पाकिस्तान के युद्ध विराम का उल्लंघन करने के बाद पहले श्रीनगर में धमाके सुने गए. फिर नियंत्रण रेखा पर फायरिंग हुई. गुजरात के कच्छ इलाके में भी पाकिस्तान के ड्रोन देखे गए. इसके बाद कई शहरों में ताबड़तोड़ ब्लैकआउट हो गया.
क्या होता है सीज फायर-
सीजफायर एक तरह का समझौता होता है, जिसके तहत सशस्त्र युद्ध या किसी तरह के संघर्ष में शामिल पक्ष आपसी सहमति से लड़ाई को स्थायी या अस्थायी रूप से रोकने के लिए राजी हो जाते हैं. इसका उद्देश्य शांति स्थापना की दिशा में पहल करना होता है. इसके अलावा दो पक्षों के बीच बातचीत और कूटनीति से बीच का रास्ता निकालना भी मानवीय राहत देना भी होता है. अगर 10 मई 2025 की बात करें तो पाकिस्तान के DGMO ने आज दोपहर 15:35 बजे भारत के DGMO से फोन पर बात कर इस सहमति पर बात की थी कि दोनों देश सभी तरह की सैन्य कार्रवाई और गोलीबारी बंद कर देंगे. लेकिन इसके 3 घंटे बाद ही पाकिस्तान की तरफ से इस सहमति को खत्म कर दिया गया था.
इन देशों ने किया ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन-
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का अंतर्राष्ट्रीय मजबूत समर्थन मिला है. रूस, ब्रिटेन, अमेरिका, सऊदी अरब, कतर, UAE और इजरायल जैसे देशों ने भारत का खुलकर समर्थन किया है. यूरोपीय संघ और सभी 27 सदस्यों ने एक सुर में सुर मिलाकर एकीकृत और मजबूत बयान जारी किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत के साथ खड़े होने की बात कही थी. लेकिन उन्होंने दोनों देशों से संयम और कूटनीतिक रास्ता अपनाने का भी आग्रह किया था. UK के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने कहा था कि पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से जो किया गया इससे भारत के पास नाराज होने का कारण है. वहीं, पूर्व PM ऋषि सुनक ने कहा था कि किसी भी देश को आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए. उधर, रूस ने भारत के पक्ष में सहमति जताई थी, लेकिन दोनों पक्षों से शांति और संयम बरतने की अपील करते हुए कहा था कि वो सभी प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निंदा करता है. वहीं, इजराइल ने भी भारत का समर्थन किया था. साथ ही कहा था कि आतंकवाद का खात्मा किसी भी सूरत में होना ही चाहिए.