नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखा दिया है. भारत ने ;ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है. भारत की ओर से की गई इस कार्रवाई का अमेरिका, रूस, इजरायल और फ्रांस समेत दुनिया के कई बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने समर्थन किया है. आइए आपको बताते हैं कि वो कौन-कौन से देश हैं, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन किया है और इसके बारे में क्या कहा है?.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर अमेरिका की प्रतिक्रिया-
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते तनाव को एशिया के लिए स्थिति बताते हुए कहा कि उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच जल्द ही समस्याएं सामान्य हो जाएंगी. वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत और पाकिस्तान की तनाव पर लगातार बारीकी से नजर बनाए रखने की बात कही है. उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत-पाकिस्तान के तनाव कम करने के लिए बातचीत जारी रखेगा.
रूस का बयान-
भारत द्वारा पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की गई है. इस कार्रवाई को PM नरेंद्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया है. ये ऑपरेशन पहलगाम में मारे गए हिंदू पर्यटकों की पत्नियों को समर्पित किया गया है.. ऑपरेशन सिंदूर को लेकर रूस का बयान सामने आया है. रूस ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है, तो वहीं, ये भी कहा है कि रूस सभी तरह के आतंकवाद की कड़ी निंदा करता है. भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के बाद उसे ध्वस्त कर पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब दे दिया है.
चीन की प्रतिक्रिया-
भारत का पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक करने के बाद उसके दोस्त कहे जाने वाले चीन ने दो तरफा बयान देकर खेद जताया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान पर जो सैन्य कार्रवाई की वो दुर्भाग्यपूर्ण है और हम मौजूदा हालात को लेकर चिंता व्यक्त करते हैं. साथ ही चीनी प्रवक्ता ने ये भी कहा कि वो आतंकवाद के सभी प्रारूपों का विरोध करते है. चीनी प्रवक्ता ने ये भी कहा, कि ‘हम भारत-पाकिस्तान से अपील करते हैं कि वो शांति, संयम और स्थिरता को आगे रखे. दोनों देश ऐसे कदम न उठाएं जो हालात को बुरा बना दें. वहीं, चीन का कहना है कि वो अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में सहयोग करने को तैयार है.’
UAE और जापान का बयान-
भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते सैन्य तनाव को लेकर संयुक्त अरब अमीरात और जापान ने चिंता जताई है. इन दोनों देशों ने भारत-पाकिस्तान से शांति और संयम बरतने की अपील की है. UAE यूएई के विदेश मामलों के उप प्रधानमंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को ऐसे किसी भी मुश्किल हालात से बचना चाहिए, जिससे क्षेत्रीय और वैश्विक शांति को खतरा हो. जापान और UAE की ओर से इस बात पर जोर दिया गया कि बातचीत और आपसी समन्वय से ही वर्तमान हालात का समाधान निकाला जा सकता है. दोनों देशों ने ये भी कहा कि कूटनीति ही शांति और स्थिरता का सबसे प्रभावी कदम है.
ब्रिटेन-
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने आतंकवादी ढांचे पर भारत के हमले का समर्थन किया है. ऋषि सुनक ने कहा किसी भी देश को दूसरे देश से अपने खिलाफ किए जा रहे आतंकवादी हमलों को स्वीकार नहीं किया जाएगा. इसी क्रम में ब्रिटेन की सांसद प्रीति पटेल ने हमले का समर्थन किया और कहा कि भारत को अपनी रक्षा के लिए उचित कदम उठाने और अपने लिए खतरा पैदा करने वाले घृणित आतंकवादी ढांचे को नष्ट करने का अधिकार है.
No nation should have to accept terrorist attacks being launched against it from land controlled by another country.
India is justified in striking terrorist infrastructure. There can be no impunity for terrorists.
— Rishi Sunak (@RishiSunak) May 7, 2025
फ्रांस-
फ्रांसीसी विदेश मंत्री ने आतंकवाद से खुद को बचाने में भारत की ओर से उठाए गए कदमों का समर्थन किया है. विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एक आधिकारिक बयान में आतंकी हमले की निंदा की और भारत के साथ अपनी पूरी एकजुटता व्यक्त की. फ्रांसीसी विदेश कार्यालय ने कहा कि फ्रांस आतंकी समूहों के खिलाफ लड़ाई में भारत का समर्थन करता है.
इजरायल-
भारत में इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार ने कहा कि इजरायल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का पूर्ण समर्थन करता है. साथ ही अजार ने कहा कि आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि निर्दोषों के खिलाफ उनके जघन्य अपराधों से बचने के लिए कोई जगह नहीं है.
Israel supports India’s right for self defense. Terrorists should know there’s no place to hide from their heinous crimes against the innocent. #OperationSindoor
— 🇮🇱 Reuven Azar (@ReuvenAzar) May 7, 2025
नीदरलैंड-
नीदरलैंड के सांसद गीर्ट वाइल्डर्स ने अपने ट्वीट में कश्मीर को 100% भारतीय बताते हुए अपना समर्थन व्यक्त किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में #PakistanBehindPahalgam का भी इस्तेमाल किया है.
पनामा-
पनामा के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पनामा गणराज्य इस दुखद क्षति और आतंकवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में भारत के साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़ा है.
भारत की इन दो रणनीति का है असर
आमतौर पर परमाणु हथियार संपन्न देशों के बीच जब इस तरह का तनाव होता है तो इंटरनेशनल मंचों से तनाव कम करने की बात कही जाती है. लेकिन, ऑपरेशन सिंदूर का बड़े बड़े देशों ने समर्थन किया है. इसमें भारत की दो रणनीतियां काम आई हैं. पहली, भारत ने दुनिया के साथ अपने रिश्तों को बेहतर कर रखा है. खासकर, बीते कुछ सालों में विकसित देशों और ताकतवर देशों के साथ भारत के संबंधों में मजबूती आई है.
एक तरफ भारत ने जहां अपनी ताकत और रणनीति से दोस्ती पक्की की है, वहीं पाकिस्तान को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब भी किया है. पूरी दुनिया को भारत ने पाकिस्तान में पोषित आतंकवाद को दुनिया के सामने रखा है. आतंकवाद में पाकिस्तान के हाथ के सबूत इंटरनेशनल मंचों पर रखे हैं, जिससे उसके खिलाफ मौहाल बना है.