मुंबई: पहलगाम में हुए हमले में पुणे के एक व्यवसायी की भी मौत हो गई है. व्यवसायी की बेटी ने आतंकियों की बर्बरता को बयां किया है. उन्होंने बताया कि हमले के दौरान आतंकियों ने PM नरेंद्र मोदी को कोसा. उसके बाद उनके पिता से आयत पढ़ने को कहा, जब वो आयत नहीं पढ़ पाए तो उनपर गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया. व्यवसायी को लेकर आतंकी हमने में महाराष्ट्र के 5 लोगों की मौत हुई है.
व्यवसायी की बेटी ने बयां की आतंकियों की बर्बरता-
दरअसल, संतोष जगदाले पत्नी और बेटी असावरी के साथ पहलगाम घूमने गए थे. उनके साथ एक महिला रिश्तेदार भी थी. असावरी जगदाले ने आतंकियों की बर्बरता बयां करते हुए बताया कि आतंकियों ने उनके पिता से आयतें पढ़ने को कहा था, जब वो नहीं पढ़ पाए तो आतंकवादियों ने उनके सिर, कान और पीठ पर गोली मार दी. असावरी ने बताया कि आतंकी हाथों में बंदूक लिए टेंट में छिपे लोगों को ढून-ढून कर मार रहे थे. असावरी ने बताया कि स्थानीय पुलिसकर्मियों के जैसे कपड़े पहने हुए लोगों को फायरिंग करते देखा. वो नजदीकी पहाड़ी से उतर रहे थे. इससे सभी लोग बचने के लिए नजदीकी टेंट के पीछे चले गए.
पिता को बुलाया टेंट से बाहर-
असावरी ने बताया कि आतंकवादियों का एक समूह पहले नजदीकी टेंट में आया और फायरिंग शुरू कर दी. फिर वो हमारे टेंट में आए और मेरे पिता से बाहर आने को कहा. इसके बाद आतंकियों ने उनपर PM मोदी का समर्थन करने का आरोप लगाया. और इस बात से इंकार किया कि कि आतंकी निर्दोष लोगों और बच्चों की हत्या करते हैं. इसके बाद आतंकियों ने पिता से आयतें पढ़ने को कहा. जब वो नहीं पढ़ पाए तो उन्होंने मेरे पिता को 3 गोलियां मार दीं.
अन्य लोगों को भी आतंकी बना रहे थे निशाना-
असावरी ने बताया कि उनके चाचा भी बगल में बैठे थे. आतंकवादियों ने उनकी पीठ में भी 4 से 5 गोलियां मारी थीं. अवसारी ने बताया कि आतंकियों ने वहां कई अन्य पुरुषों से उनका धर्म पूछकर उनपर गोलियों की बौछार कर रहे थे, लेकिन आतंकियों ने उन्हें, उनकी मां और एक अन्य महिला रिश्तेदार को छोड़ दिया. उस दौरान वहां पर कोई भी पुलिसकर्मी या सेना का जवान नहीं था. सुरक्षाकर्मी करीब सूचना मिलने के 20 मिनट बाद वहां पर पहुंचे थे.
बता दें कि साल 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा हमले के बाद 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुआ हमला सबसे बड़ा आतंकी हमला है. इस बार वादियों में आतंकियों ने पर्यटकों को अपना निशाना बनाया है. आतंकियों के इस बर्बरतापूर्ण हमले सें करीब 27 लोगों की मौत हुई है. 2 विदेशी और 2 स्थानीय नागरिक भी शामिल हैं. बाकी UP, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, ओडिशा और कर्नाटक के पर्यटक शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने UP के कानपुर से पत्नी एशान्या संग घूमने आए शुभम द्विवेदी से पूछा कि हिंदू हो या मुस्लिम? जवाब न मिलने पर कलमा पढ़ने को कहा, लेकिन शुभम चुप रहे. इस पर आतंकियों ने शुभम के बाल पकड़कर सीधे उनके सिर में गोली मार दी. पति के साथ आतंकिकयों की बर्बरता देख कर एशान्या सन्न रह गई. वहीं, हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली है.