मथुरा: वृंदावन पहुंचे बाबा रामदेव ने मलूक पीठ आश्रम में संत मलूक दास महाराज की 451 वीं जयंती के पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इसके बाद उन्होंने कहा कि ‘रूह अफजा जिहाद पर किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन शरबत बनाने वालों ने शर्बत जिहाद को अपने ऊपर ले लिया. इसका मतलब वो जिहाद कर रहे होंगे. बाबा रामदेव ने कहा कि अगर हमदर्द की और हिमालय की निष्ठा 100 प्रतिशत इस्लाम में है और वो इसीलिए मदरसा और मस्जिद बनाते हैं, तो उनको खुश होना चाहिए. किससे सनातन का गौरव बढ़ रहा किससे इस्लाम का, अगर इसको लेकर किसी के पेट में दर्द होता है तो होने दो’. वहीं, उन्होंने मलूक पीठाधीश्वर महंत राजेंद्र दास देवाचार्य, कर्षिणी गुरु शरणानंद महाराज, सुदामा कुटी के श्री महंत सुतीक्ष्ण दास महाराज और बड़ा रास मंडल के महंत लाडली शरण महाराज से मुलाकात भी की.