लखनऊ: CM योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इसी साल 24 जनवरी से मुख्यमंत्री युवा उधमी विकास अभियान की शुरुआत हुई है. इस अभियान से युवाओं को रोजगा के लायक बनाया जा रहा है. साथ ही दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा किया जा रहा है. इस अभियान के तहत जहां युवाओं को नए स्टार्टअप के लिए मुख्यमंत्री योगी की तरफ से युवा उद्यमी को लोन दिया जा रहा है.
मुख्यमंत्री युवा उधमी विकास अभियान क्या है? –
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना अभियान उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल है. जिसका उद्देश्य प्रदेश के युवाओं के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है. ये योजना शिक्षित और कुशल युवाओं को अपने स्वयं के व्यवसाय की शुरुआत करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करके सशक्त बनाने के लिए है, जिससे स्वरोजगार को बढ़ावा मिल सके और राज्य के आर्थिक विकास में युवा उद्यमियों का योगदान मिल सके.
मुख्यमंत्री युवा उधमी विकास अभियान के लाभ-
योग्य युवा औद्योगिक और सेवा क्षेत्रों में परियोजनाओं के लिए 4 वर्षों के लिए 5 लाख रुपए तक का ब्याज-मुक्त ऋण प्राप्त कर सकते हैं. इस योजना का लक्ष्य सालाना 1 लाख युवा उद्यमियों को तैयार करना है, जिससे अगले दशक में लगभग 10 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे. प्रारंभिक ऋण के सफल पुनर्भुगतान पर लाभार्थी 7.5 लाख तक के दूसरे चरण के समग्र ऋण के लिए पात्र हैं. वहीं, लाभार्थियों के बीच डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए अनुदान के प्रावधान शामिल हैं.
योजना का लाभ पाने की शर्तें-
ऐसे युवा या व्यक्ति जिन्होंने सरकारी योजनाओं जैसे कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, एक जिला एक उत्पाद प्रशिक्षण और टूलकिट योजना के अलावा अन्य के तहत प्रशिक्षण प्राप्त किया है. वो इस योजना का लाभ ले सकते हैं. इसके अलावा मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों से प्रमाण पत्र, डिप्लोमा या डिग्री रखने वाले युवा भी इस योजना के पात्र हैं. आमतौर पर, आवेदकों की आयु 21 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए. आवेदक उत्तर प्रदेश का रहने वाला होना चाहिए.
अबतक कितने लोगों को मिल चुका है योजना का लाभ?-
योगी सरकार का प्रदेशभर में करीब 10 लाख नए युवा उद्यमी तैयारने का लक्ष्य है. इसके लिए योगी सरकार ने तेजी से काम भी करना शुरू कर दिया है. CM योगी आदित्यनाथ का कहना है कि हम युवाओं के विजन को धरातल पर उतारने का काम करेंगे. इसके लिए हमारी योजना भी तैयार है. उन्होंने कहा कि जब हम ये स्कीम बना रहे थे, तभी हमें युवाओं की ऊर्जा पर विश्वास था. जानकारी के मुताबिक इस योजना की शुरुआत होने के बाद अभी तक लगभा 2 लाख 54 हजार 794 आवेदन आ चुके हैं. योजना की लोकप्रियता इसी से पता चलती है. इसमें से 1 लाख आवेदन बैंकों को भेज दिए गए हैं. करीब 24 हजार लाभार्थियों को 931 करोड़ रुपए का ऋण स्वीकृत हो गया है और 10,500 लाभार्थियों को 410 करोड़ रुपए का लोन भी वितरण किया जा चुका है.