कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में सरकारी जमीन पर बनी एक अवैध ‘मदीना मस्जिद’ को लेकर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है. प्रशासन ने मस्जिद कमेटी को 8 अप्रैल 2025 तक का अल्टीमेटम दिया था कि वे स्वयं मस्जिद हटाएं, वरना बुलडोजर से ढहाने की कार्रवाई की जाएगी. निर्धारित समय सीमा गुजरने के बाद, अब मस्जिद कमेटी ने स्वयं ही मस्जिद खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
बता दें कि प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद से सरकारी जमीनों पर अवैध निर्माण व भू-माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. कुशीनगर जैसी और भी ऐसी कई मस्जिदें हैं जो सरकारी जमीनो पर अवैध तरीके से बनवाई गई हैं. ऐसी ही अन्य कई मस्जिदों के बारे में आपको बताएंगे जो अवैध तरीके से बनाई गईं थी, जिन पर प्रशासन ने कार्रवाई की है.
लखनऊ में अवैध तरीके से बनाई गई थी चार मंजिला मस्जिद
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अकबरनगर क्षेत्र में अवैध रूप से निर्मित चार मंजिला मस्जिद पर प्रशासन ने जून 2024 में बुलडोजर की कार्रवाई की थी. लखनऊ नगर निगम ने दावा किया था कि कुकरैल नदी के किनारे बसी हुई बस्ती अवैध तरीके से रह रही है, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई थी.
फतेहपुर में नूरी मस्जिद पर हुई कार्रवाई
फतेहपुर जिले के ललौली कस्बे में स्थित नूरी मस्जिद के अवैध रूप से निर्मित हिस्से को प्रशासन ने दिसंबर 2024 में ध्वस्त करवाया था. यह कार्रवाई बांदा-बहराइच राजमार्ग के चौड़ीकरण के लिए की गई थी. जिसमें मस्जिद का लगभग 20 मीटर हिस्सा बाधा बन रहा था.
बरेली में तालाब की जमीन पर बनाई गई थी अवैध मस्जिद
बरेली जिले के तिलमास गांव में सरकारी तालाब की जमीन पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अवैध तरीके से मस्जिद बनवाई थी. जिसके बाद कुछ ग्रामीणों ने इसकी शिकायत स्थानीय थाना पुलिस को की, शिकायत के बाद प्रशासन ने जांच की, जिसमें अवैध अतिक्रमण की पुष्टि हुई थी.
गोरखपुर के अबु हुरैरा मस्जिद पर हुई कार्रवाई
गोरखपुर के घोष कंपनी चौक के पास नगर निगम की जमीन पर बीते साल एक चार मंजिला अबु हुरैरा मस्जिद अवैध तरीके से बनाई गई थी. जिसकी जानकारी गोरखपुर विकास प्राधिकरण को लगी तो उसने मस्जिद कमेटी को नोटिस जारी किया था. जिसके बाद मस्जिद कमेटी ने स्वयं ही मस्जिद को तोड़ दिया था.