बिजनौर: दूल्हा साबिर मियां देहरादून से बारात लेकर बिजनौर पहुंचे. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था. लेकिन सलामी की रस्म यानी जूता चुराई के दौरान पैसे को लेकर बात अचानक विवाद खड़ा हो गया. देखते ही देखते लोगों में हाथापाई शुरू हो गई. मामला पुलिस की संज्ञान में आया है. पुलिस का कहना है कि आगे की जांच शुरू कर दी गई है.
दरअसल, थाना बिजनौर नजीबाबाद के गढ़मलपुर गांव के एक मुस्लिम परिवार के घर बारात आई थी. निकाह होने के बाद सलामी की रस्म चल रही थी. जिसमें साली ने जीजा साबिर से 50 हजार रूपये मांग लिए. इतनी बड़ी रकम सुनते ही साबिर हैरान रह गया. लेकिन मोल-तोल के बाद दूल्हे के घर वालों ने सिर्फ ₹5 हजार रुपए दिए.
इस पर वहां मौजूद किसी ख़्वातीन ने दूल्हे और उसके घर वालों के ‘भिखारी’ बोल दिया. बस फिर क्या था, दूल्हे मियां नाराज हो गए और बेगम को साथ ले जाने से इंकार कर दिया. दुल्हन के घरवालों ने गुंडे बुला लिए. देखते ही देखते बात इतनी बिगड़ गई कि वहां पर जूतमपैजार शुरू हो गई. साथ ही शादी की जगह जंग के अखाड़े में तब्दील हो गई.
लोगों ने बारातियों की जमकर पिटाई की और बारात आए कुछ लोगों को बंधक बना लिया. मामला जब पुलिस की संज्ञान में आया है. फिलहाल निकाह कर बेगम को विदा कराने पहुंचे दूल्हे मियां को थाने में खड़े होकर अपने ऊपर हुए जुल्मो-सितम की तहरीर देनी पड़ी. वहीं, पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की गहन जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.