संभल: जिले में मुलग आक्रांता के महमूद गजनबी के भांजे सैयद सालार मसूद गाजी की याद में आयोजित होने वाले ‘नेजा मेला’ इस बार नहीं लग रहा है. इस्लाम धर्म के अनुयायियों ने प्रसासन से सद्भावना मेले के नाम पर ये मेले का आयोजन कराने की मांग की थी, लेकिन प्रशासन ने इसकी भी मंजूरी नहीं दी. ऐसे में अब जहां हर साल नेजा मेला लगता था आज वहां पुलिस का सख्त पहरा है.
बता दें कि इतिहास में सैयद सालार मसूद गाजी और उसके परिवार का नाम काले कालखंड में दर्ज है. सैयद सालार मसूद गाजी विदेशी मुस्लिम आक्रांता महमूद गजनवी का भांजा और उसका सेनापति था. गजनवी ने 1000 से 1027 ईस्वी के बीच भारत पर 17 बार आक्रमण किए और सोमनाथ मंदिर सहित तमाम प्रमुख हिंदू मंदिरों को तोड़ा.
वहीं, संभल पुलिस प्रशासन की ओर से इस बार नेजा मेले को लेकर सख्त रुख अपनाया गया है. ‘नेजा मेला’ कमेटी के सदस्य मेले की अनुमति लेने के लिए एडिशनल SP श्रीशचंद्र से भी मिले थे, लेकिन तब भी बात नहीं बनी थी. उन्होंने साप तौर पर कह दिया था कि ‘सोमनाथ मंदिर को लूटने वाले, भारत में लूटपाट और कत्लेआम मचाने वाले महमूद गजनवी के सेनापति की याद में मेला आयोजित नहीं किया जाएगा.
बता दें कि संभल प्रशासन ने सैयद सालार मसूद गाजी की याद में हर साल आयोजित होने वाले ‘नेजा मेले’ पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. इस बार 18 मार्च को मेले का ध्वज फहराने की योजना थी और मेला समिति ने 25, 26 और 27 मार्च को मेले के आयोजन का ऐलान किया था, लेकिन प्रशासन की मंजूरी नहीं मिलने के बाद अब इस बार नेजा मेला पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है.