आगरा: महाराष्ट्र में इन दिनों मुगल आक्रांता औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर बलाव मचा हुआ है. साथ ही यूपी में योगी सरकार मुगलकाल में महमूद गजनवी की सेना के प्रमुख रहे सैयद सालार मसूद गाजी की याद में हर साल आयोजित होने वाले नेजा मेले पर प्रतिबंध लगवा दिया है. तो वहीं अब महाराष्ट्र सरकार यूपी के आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज का म्जूजियम बनाने जा रही है. इसके लिए शुक्रवार को एक गवर्नमेंट रेजोल्यूशन भी जारी किया गया है.
आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज का भव्य स्मारक बनाने की योजना पर मुहर लग गई है. इसके लिए महाराष्ट्र ्सरकार से हरी झंडी भी मिल गई है. साथ ही महाराष्ट्र सरकार ने इसके लिए शुक्रवार को एक शासनादेश जारी किया है. हालांकि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इसका ऐलान पहले ही कर चुके हैं. इसके तहत महाराष्ट्र सरकार अब उत्तर प्रदेश के आगरा में उस जगह को खरीदेगी, जहां मुगल आक्रांता औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज को नजरबंद किया था. इसी जगह पर अब उत्तर प्रदेश की सरकार की मदद से शिवाजी महाराज के नाम पर म्यूजियम बनाने की तैयारी है.
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दरअसल, इतिहासकार जदुनाथ सरकार की किताब “औरंगजेब’ में शिवाजी की आगरा यात्रा का वर्णन है. इसमें लिखा है कि राजा जयसिंह से पुरंदर की संधि के बाद शिवाजी अपने दल के साथ 11 मई, 1666 को आगरा पहुंचे. आगरा की सीमा पर उन्होंने मुलकचंद की सराय पर डेरा डाला. 12 मई को शिवाजी आगरा किला के दीवान-ए-खास में औरंगजेब के दरबार में गए. वहां पर उचित सम्मान नहीं मिलने पर वो नाराजगी जताकर लौट आए. उसके बाद मुगल आक्रांता औरंगजेब ने इसी दिन राजा जयसिंह के बेटे राम सिंह की छावनी के निकट सिद्दी फौलाद खां की निगरानी में उन्हें नजरबंद करने का आदेश दिया. 16 मई को उन्हें रदंदाज खां के मकान पर ले जाने का आदेश हुआ.
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शिवाजी ने बीमारी का बहाना बनाकर गरीबों को फल बांटना शुरू कर दिया. 18 अगस्त को उन्हें राम सिंह की छावनी के पास फिदाई हुसैन की हवेली में रखने का आदेश दिया गया. 19 अगस्त को शिवाजी अपने बेटे संभाजी के साथ फलों और मिठाइयों की टोकरी में बैठकर वहां से निकल गए. उनकी जगह हीरोजी फरजंद पलंग पर लेटे रहे. वहीं, औरंगजेब को शिवाजी महाराज के बचकर निकलने की जानकारी 20 अगस्त को हुई. इस तरह शिवाजी का आगरा प्रवास 101 दिन का रहा. 12 सितंबर, 1666 को वो राजगढ़ पहुंचे.
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वहीं, 19 फरवरी को महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि आगरा में जहां छत्रपति शिवाजी महाराज को कैद करके रखा गया था, वहां पर स्मारक बनाएंगे. महाराष्ट्र सरकार इस जमीन का अधिग्रहण करेगी. उन्होंने कहा था इसके लिए मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से खुद बात करुंगा. इसके बाद 12 मार्च को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया था कि प्रमुख सचिव (पर्यटन) मुकेश मेश्राम आगरा की मीना कोठी बाजार के डॉक्यूमेंट जल्द तैयार कर लें. साथ ही वर्तमान स्टेटस रिपोर्ट मुझे भेज दें. इसी कड़ी में महाराष्ट्र सरकार ने अब शुक्रवार को एक गवर्नमेंट रेजोल्यूशन जारी किया. इसके तहत अब महाराष्ट्र सरकार उत्तर प्रदेश के आगरा उस जगह को खरीदेगी, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज मुगलों को औरंगजेब ने नजरबंद किया था.