नागपुर: बीते दिन मुस्लिमों द्वारा की गई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर एक हिंदू युवक का बयान सामने आया है. वीडियो में पीड़ित युवक कह रहा है कि ‘हिंसा में एक भी मुसलमानों की दुकानों को नहीं क्षतिग्रस्त किया गया, लेकिन हमारी दुकानें नष्ट कर दी गईं. हम भाईचारे के साथ रहते थे लेकिन ये फिर भी हमारे साथ हुआ. इसका मतलब साफ है कि ये योजना पहले से बनाई गई थी और मुस्लिम लोगों ने पहले से अपने-अपने लक्ष्य चिन्हित कर लिए थे.
दरसअसल, महाराष्ट्र में मुगल आक्रांता औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर बवाल मचा हुआ है. हिंदू लोगों का कहना है कि औरंगजेब बहुत ही निर्दयी था. उसने कई हिंदुओं का नर संहार किया है, तो प्रदेश सरकार को उसकी कब्र संरक्षित करने में खर्च करने का कोई औचित्य नहीं है. साथ ही लोगों की मांग है कि आक्रांता औरंगजेब की कब्र हटा दी जाए. इसको लेकर हिंदू संगठन की ओर से लगातार प्रदर्शन कर कब्र हटाने की मांग की जा रही है.
बीते दिन आक्रांता औरंगजेब की कब्र पर चढ़ी चादर जलाए जाने की अफवाह फैलने के बाद मुस्लिम लोगों ने स्थानीय लोगों के घरों के शीशे तोड़े. इसके अलावा व्यापारियों की दुकानों के शीशे तोड़कर क्षतिग्रस्त किया गया. इसी सिलसिले में एक पीड़ित युवक का वीडियो वायरल हुआ है. वीडियो में युवक कह रहा है कि हमने मुस्लिमों की दुकानों को कुछ नहीं किया लेकिन मुस्लिनों ने हिंदू की दुकानों को चुन-चुन कर तोड़ा है, जबकि मुस्लिमों की एक भी दुकानों का कांच नहीं टूटा है.
वहीं, युवक ने कहा कि मुस्लिमों की पहले से ही हिंदुओं की दुकानों को तोड़ने की साजिश थी. ऐशे में हम आखिर कब तक भाईचारे के साथ रहे. ये अगर मुस्लिम लोग भाईचारे की बात कहकर इसी तरह करते रहेंगे तो ये कब तक चलेगा. यही मुस्लिम लोग कल घर में घुस कर भी तोड़-फोड़ कर सकते हैं. वहीं, पीड़ित युवक ने कहा कि अब बात पैसे कमाने की नहीं इज्जत की है.