लखनऊ: जिले में पुलिस और वीकीलों के बीच हुई मारपीट के मामले मामले में प्रशासन ने बड़ा ऐक्शन लिया है. इस मामले में एक इंस्पेक्टर, 3 दारोगा और एक सिपाही को लाइन हाजिर किया गया है. नाराज अधिवक्ताओं ने कहा था कि अगर आरोपी पुलिस कर्मियों पर जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वो बुधवार को पुलिस कमिश्नर ऑफिस का घेराव करेंगे.
दरअसल, राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड थाने में होली के दिन विभूतिखंड पुलिस स्टेशन में वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच मारपीट हुई थी. इसके बाद वकीलों ने 5 घंटे तक थाने से लेकर इंदिरागांधी प्रतिष्ठान चौराहे तक प्रदर्शन किया था. इस दौरान वकीलों ने जाम भी लगा दिया था. वहीं, वकीलों ने पुलिसकमियों की निलंबन की मांग को लेकर बीते दिन कार्य बहिष्कार किया, जिससे कलेक्ट्रेट से लेकर तहसील में सन्नाटा रहा.
उधर, कल दोपहर में हाईकोर्ट की अवध बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने लखनऊ और सेंट्रल बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. उसके बाद देर शाम को कार्य बहिष्कार वापस लेने का निर्णय लिया. साथ ही पुलिस अधिकारियों को ये भी चेतावनी दी कि अगर बुधवार दोपहर तक आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है, तो पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घेराव किया जाएगा.
वहीं, इस मामले में वकील सौरभ वर्मा की ओर से अतिरिक्त निरीक्षक पंकज कुमार सिंह, एसआई सैय्यद अहमद मेंहदी जैदी, योगेश कुमार सेंगर, प्रशिक्षु दरोगा शुभम त्यागी, इरफान, अनुज कुमार, सुहैल खां, संदीप कुमार मौर्य और कांस्टेबल अमित कुमार यादव के खिलाफ तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. वकीलों की चेतावनी के बाद डीसीपी पूर्वी ने आरोपी 9 पुलिसकर्मियों में 5 को लाइन हाजिर करने की कार्रवाई की.