संभल: जिले चंदौसी में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किए जाने का मामला सामने आया है. नगर पालिका की भूमि पर मुस्लिम समुदाय के लोगों की ओर से करीब 6 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर मस्जिद और तीन दर्जन से अधिक अवैध मकान का निर्माण कराया गया है. फिलहाल तहरीलदार ने राजस्व की टीम के साथ मौके पर पहुंच कर भूमि की पैमाइश की है. अब नगर पालिका की ओर से ये जानकारी जुटाई जाएगी कि क्या पूर्व में नगर पालिका ने ये गाटा संख्या किसी को आवंटित किया था या नहीं.
प्रशासन की ओर से नगर निगम की अवैध कब्जे वाली जमीन पैमाइश करने के बाद से क्षेत्र में हड़कंप का माहौल है. अवैध कब्जे की नाप-जोख के दौरान मौक पर लोगों की भारी भीड़ इक्ट्ठा हो गई. लोग इधर-उधर की बातें बनाकर प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध करने लगे, हालांकि उनका विरोध नहीं चल सका. तहसीलदार के नेतृत्व में कब्जे वाली जमीन की पैमाइश की गई. अंदाजा लगाया जा रहा है कि प्रशासन की ओर से किसी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया जाने वाला है.
चंदौसी तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि गाटा संख्या 341 है, जो नगर पालिका परिषद चंदौसी की अपनी जमीन है. इस जमीन पर कुछ लोगों ने अपना अवैध अतिक्रमण करा लिया है. उसी के तहत ये पैमाइश कराई गई है. उन्होंने बताया कि लगभग ये 397 एयर का मामला है, जिस पर मस्जिद का निर्माण भी कराया गया है. अवैध कब्जेदारों के मकान भी बनवा रखे हैं. तहसीलदार ने कहा कि हमारे रिकॉर्ड में इन सभी का नाम नहीं दर्ज है.
तहसीलदार ने बताया कि इस मामले को हम नगर पालिका को रेफर करेंगे. अब हमें नगर पालिका प्रशासन की ओर से ये बताया जाएगा कि की उसकी तरफ से ये गाटे आवंटन किए हैं. इनके आवंटन का कोई प्रस्ताव नगर निगम के पास विचाराधीन है. अगर नगर पालिका की ओर से बताया जाता है कि उसकी ओर से कोई आवंटन नहीं किया गया है, तो उस अवैध कब्जे वाली जमीन को कब्जों से मुक्त कराने की कार्रवाई की जाएगी.+
बता दें कि संभल में पहले से ही शाही जामा मस्जिद को लेकर विवाद चल रहा है. हिंदू पक्ष की ओर से शहर की जामा मस्जिद को लेकर न्यायालय में बड़ा दावा किया गया है. इसके लिए कोर्ट में याचिका भी दाखिल की गई है. जामा मस्जिद को लेकर 24 नवंबर को जिले में हिंसा भड़क गई थी. उस समय 5 लोगों की मौत और कई लोग घायल भी हुए थे.
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वहीं, करीब 20 पुलिस कर्मी को भी गंभीर चोटें आई थीं. दरअसल, जिले की शाही जामा मस्जित का दो बार सर्वे हो चुका है. साथ ही रमजान में जामा मस्जिद की रंगाई-पुताई को लेकर भी मुस्लिम पक्ष द्वारा अदालत में याचिका दाखिल की गई है, हिंदू पक्ष ने मुस्लिम पक्ष की याचिका का पूरजोर विरोध किया है. हिंदू पक्ष का आरोप लगाया है कि रंगाई-पुताई के बहाने मुस्लिम पक्ष मस्जिद के वर्तमान स्वरूप से छेड़छाड़ करना चाहता है. अभी हाल ही में ASI की ओर से मुस्लिम पक्ष की मांग को खारिज किया गया है.