लअनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश के नामी बिल्डर अंसल ग्रुप के खिलाफ एक्शन मोड में हैं. अंसल ग्रुप के दिवालिया होने पर सीएम योगी ने FIR दर्ज करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण-LDA की ओर से अंसल ग्रुप के खिलाफ गोमती नगर थाने में FIR दर्ज करवा दी गई है. मंगलवार को विधानसभा सत्र की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कह दिया था कि होम बायर्स का पैसा लेकर भागे तो पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे.
अंसल ग्रुप के मुद्दे को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा की कार्यवाही के दौरान सपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में अंसल ग्रुप खूब फला फूला. अगर ग्रुप ने एक भी होम बायर के साथ धोखाधड़ी की, तो उसकी सारी संपत्ति जब्त करवा लेंगे. सीएम ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले माफिया दौड़ाता था और पुलिस भागती थी. इतना ही नहीं पुलिस वाले माफिया को सैल्यूट भी करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा. कहा कि एक भी होम बायर के साथ धोखाधड़ी जरा भी बर्दाश्त नहीं होगी.
दरअसल, अंसल प्रॉपर्टीज और उसके प्रमोटर्स पर होम बायर्स के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है. इसके खिलाफ लखनऊ विकास प्राधिकरण के अमीन अर्पित शर्मा की तहरीर पर अंसल बिल्डर के खिलाफ गोमती नगर धाने में धोखाधड़ी समेंत अन्य कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. अमीन अर्पित शर्मा ने अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रा लि. प्रमोटर, प्रणव अंसल, सुशील अंसल, सुनील कुमार गुप्ता, फेरन्सेटी पैट्रिका अटकिंशन और डायरेक्टर विनय कुमार सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कराई है.
बता दें कि लखनऊ में 5 हजार से ज़्यादा लोगों के पैसे अंसल ग्रुप में एक दशक से ज़्यादा समय से फंसे हुए हैं. इन सभी लोगों को अंसल ग्रुप की ओर से अब तक न तो ज़मीन दी गई है और न ही उनका पैसा ही वापस किया गया है. ऐसे में जब निवेशकों को अंसल समूह के दिवालिया होने की बात पता चली तो कुछ लोगों की ओर से धरना प्रदर्शन किया गया. उसके बाद ये मामला सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा, जिसके बाद सीएम ने मामले का संज्ञान लिया.