चमोली: उत्तराखंड के चमोली में हुए हिमस्खलन के कारण अब तक 4 लोगों की बर्फ में दबने से मौत हो गई है. आज 17 मजदूरों का रेस्क्यू किया गया है, जबकि इससे पहले शुक्रवार को 33 श्रमिकों को रेस्क्यू कर बचाया गया था. वहीं, 5 श्रमिक अभी भी लापता हैं, जिनको ढूढ़ने के लिए आज भी रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. सेना के अधिकारियों का कहना है कि लापता पांचों श्रमिकों का भी जल्द पता लगा लिया जाएगा.
सेना के मुताबिक शुक्रवार को सुबह 5 से 6 बजे के बीच हुए हिमस्खलन के कारण BRO का कैंप माणा और बदरीनाथ के बीच में बर्फ में समा गया था. हादसे में 55 श्रमिक बर्फ में दब गए थे. शुक्रवार को बर्फबारी और भारी बारिश की वजह से बचाव अभियान प्रभावी तरीके से नहीं हो पा रहा था. वहीं, रात में रेस्क्यू ऑपरेशन को कुछ देर के लिए रोकना पड़ा था. ऐसे में आज यानी शनिवार को मौसम साफ होने पर फिर से बचाव अभियान चलाया गया.
सेना के अधिकारी ने बताया कि शनिवार को रेस्क्यू अभियान में हेलीकॉप्टर की भी सहायता ली गई. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी प्रभावित क्षेत्र का हवाई दौरा किया. उन्होंने बचाव अभियान से जुड़े सभी अधिकारियों को रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के निर्देश दिए. अधिकारी ने बताया कि अब तक जिन 50 मजदूरों को निकाला गया था उनमें से 4 की मौत हो गई जबकि बाकी 5 श्रमिकों की तलाश जारी है.
जो 55 मजदूर बर्फ में दबे थे, उनमें से 11 बिहार के, 11 उत्तर प्रदेश के और 11 उत्तराखंड के श्रमिक है. वहीं, 7 हिमाचल प्रदेश के मजदूर है. इसके अलावा 1-1 श्रमिक जम्मू-कश्मीर और पंजाब के शामिल हैं. हालांकि 13 मजदूरों की शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सुबह घटनास्थल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने घायल मजदूरों से मुलाकात कर उनसे कुशलक्षेम पूंछी. वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी फोन पर बातचीत कर बचाव अभियान की ताजा अपडेट ली.