मुंबई: सेंसेक्स में महीने के आखिरी दिन यानी 28 फरवरी को सेंसेक्स 1200 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी गई. गिरवाट के बाद अब ये 73,400 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि सुबह 10 बजे तक सेंसेक्स 73,602 के स्तर पर था. वहीं, बात करें अगर निफ्टी की तो निफ्टी भी 400 अंक लुढ़कर 22,200 के स्तर पर आ गई है. वहीं, बैंकिंग और IT सेक्टर के बड़े शेयरों में गिरावट के कारण शेयर बाजार पर दबाव भी बना है.
आज की गिरावट के बाद BSE लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 7.16 लाख करोड़ रुपए घटकर 385.94 लाख करोड़ रुपए रह गया है. शेयर मार्केट में लगातार पांच महीने से गिरावट देखने को मिली है. इससे पहले शेयर बाजार में गिरावट साल 1996 में देखी गई थी. सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 27 में गिरावट, जबकि 3 तीन शेयरों में उछाल आई है. निफ्टी के 50 शेयरों में से 45 शेयरों में गिरावट, जबकि केवल 5 शेयरों में ही बढ़त हुई है.
शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि अमेरिका और जापान के शेयर मार्केट में भी गिरावट देखने को मिल सकती है. इसके अलावा दक्षिण कोरियों के शेयर बाजार में भी आज गिरावट देखी गई है. यहां निफ्टी भी लाल निशान पर था. भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली से निवेशकों की वेल्थ 7 करोड़ 5 लाख रुपए तक कम हो गई. वहीं, आज यानी शुक्रवार को सुबह 10 बजे BSE पर लिस्टेड कंपनियों का ओवरऑल मार्केट कैप 385 लाख करोड़ रुपए ही रह गया.
ये भी पढ़ें- सोने और चांदी के रेट में आई कमी, जाने क्या है दोनों आभूषणों के दाम !
हालांकि आज तीसरे महीने के GDP आंकड़े जारी किए जाएंगे. शेयर बाजार में निवेश करने वाले इससे पहले ही सतर्क हो गए हैं. अनुमान जताया जा रहा है कि इस तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. घरेलू मांग की कमजोरी की भरपाई करने में सरकारी खर्चों ने मदद की. हालांकि, आगे के विकास को लेकर अनुमान थोड़ा संयमित जरूर है.
सपा सांसद रामजीलाल सुमन को मिला दलित संघठन का साथ, करणी सेना की चेतावनी पर कही ये बात !