बिहार के जमुई में 16 फरवरी को हनुमान चालीसा का पाठ करने पर कट्टरपंथियों ने एक हिन्दू बेटी को जबरन बंधक बना लिया. इनकी संख्या इस दौरान 300-400 के करीब थी. ये तब हुआ जब कुछ हनुमान भक्त, मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ करके अपने घर वापस आ रहे थे. इसी दौरान रास्ते में कट्टरपंथियों ने पत्थरबाजी कर दी. इस हमले में एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. पुलिस ने FIR दर्ज कर 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
इससे पहले भी हो चुकी हैं कई घटनाएं
खैर हिंदुओं पर हमले की यह घटना पहली नहीं है. इससे पहले भी इसी तरह की कई और घटनाएं घट चुकी हैं. बीते 3 वर्षों में ऐसी 7 घटनाएं घटी हैं जिनमें हिंदुओं को हनुमान चालीसा के पाठ के बाद जबरन हमले का शिकार होना पड़ा है.
इसी साल 27 जनवरी 2025 को बिलासपुर, छतीसगढ में एक कट्टरपंथी आटो चालक ने हनुमान चालीस बजाने पर मंदिर के पुजारी को धमकी दी. कहा कि ‘अगर हिंदू बनने का इतना ही शौक है तो अयोध्या चले जाओ, यहां पर ज्यादा हिंदू- हिंदू मत करो नहीं तो मंदिर से उठाकर बाहर फेंक दूंगा’.
इसी तरह की घटना पिछले वर्ष 18 मार्च 2024 को बेंगलुरु, कर्नाटक के सिद्दीकी नगर इलाके में घटी. यहाँ दुकानदार मुकेश की दुकान में घुसकर कुछ कट्टरपंथी युवकों ने हनुमान चालीस बजाने पर हमला कर दिया. जिससे वो बुरी तरह घायल हो गए.
इससे पहले 13 मार्च 2024 को वडोदरा, गुजरात में एकतानाथ स्थित मंदिर में चल रहे हनुमान चालीसा पर कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया व मारपीट की जिससे कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस घटना से जुड़े तीन आरोपियों के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई गई थी.
बीते साल 1 फरवरी को भवननगर गुजरात में कुंभारवाड़ा निवसी दर्जी राजेन्द्र चौहान पर हनुमान चालीसा बजाने पर उनके दुकान में घुस कर मुस्लिम युवकों ने हमला किया था. जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गया था.
वर्ष 2023 में 20 जून को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भी ऐसी ही एक घटना घटी थी, जब हनुमान चालीसा का पाठ कर वापस लौट रहे बजरंगदल के कार्यकर्ताओं पर कट्टरपंथियों ने पत्थरबाजी कर दी थी. इस वारदात में कई लोग घायल हुए थे. इस मामले में एक दर्जन लोगों पर FIR दर्ज की गई थी.
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इससे पहले 1 मई 2022 को देवभूमि उत्तराखंड में हल्द्वानी स्थित हनुमान मंदिर से हनुमान चालीसा का पाठ कर वापस लौट रहे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर कट्टरपंथियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में कई लोग घायल हुए थे. इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.