अमेठी: यूपी के अमेठी जिले से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां हिंदू संगठनों के प्रयास से एक शिव मंदिर को 20 साल बाद, मुस्लिमों के कब्जे से मुक्त कराया गया है. जिसके बाद मंदिर में बीते सोमवार से पूजा पाठ प्रारंभ हो गया है. सोमवार को यहां बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोगों ने एकत्रित होकर सामूहिक हवन किया. मंदिर घनी मुस्लिम आबादी के बीच स्थित है. जिसका फायदा उठाकर मुस्लिमों ने प्राचीन मंदिर पर कब्जा कर लिया था और यहां पूजन बंद हो गया था.
👉अमेठी के मुसाफिरखाना क्षेत्र में बने शिव मंदिर में 20 साल बाद
हुई पूजा.
👉मंदिर पर मुस्लिम समाज के लोगों ने कर रखा था कब्जा.
👉औरंगाबाद गांव स्थित मंदिर में अब उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़.
👉120 साल पहले बना था मंदिर.#Amethi #Liveuptoday pic.twitter.com/UoA1dGB0hX— LIVE_UPToday (@LIVEUPToday) February 17, 2025
दरअसल, यह शिव मंदिर अमेठी जिले के मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के औरंगाबाद गांव में स्थित है. जिसका निर्माण 120 साल पहले दलित परिवार द्वारा कराया गया था. इस परिवार की मंदिर के प्रति गहरी आस्था थी. एक समय था, जब मंदिर में बड़ी संख्या में लोग दर्शन-पूजन के लिए आते थे. लेकिन धीरे-धीरे इलाके में मुस्लिमों की आबादी बढ़ने लगी. जिसके चलते यह मंदिर अतिक्रमण का शिकार होता चला गया. धीरे-धीरे यहां पूजन-पाठ बंद हो गया.
संभल घटना के बाद हिंदुओं ने शुरू की पहल
जब संभल में पुराने मंदिरों की खोज प्रारंभ हुई तो, क्षेत्र के लोगों ने इस मंदिर में भी फिर से पूजा-पाठ प्रारंभ होने का प्रयास प्रारंभ किया. जिसके बाद सोमवार को मंदिर में 20 साल पूजा हुई. बड़ी संख्या में एकत्रित होकर गांव के लोगों ने मंदिर की साफ-सफाई की. फिर मंत्रोच्चार के साथ हवन-पूजन हुआ. इस दौरान हर-हर महादेव के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया.
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भावुक हुए लोग
मंदिर में जब 20 साल बाद पूजा-पाठ हुआ, तो स्थानीय हिंदू समाज के लोग भावुक हो गए. क्योंकि वह अभी तक अपने आराध्य महादेव का पूजन नहीं कर पा रहे थे. इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बने कई बुजुर्गों की आंखों से आंसू निकल पड़े. फिलहाल यह घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है कि कैसे एक मुस्लिम बाहुल्य बस्ती में स्थित मंदिर में 20 सालों पूजा-पाठ नहीं हो सकी.