अलीगढ़; जिले में बने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ‘एएमयू’ में पिछले तेरह साल से बगैर लाइसेंस के ही मीट की सप्लाई की जा रही है. जिन सप्लायरों के नाम सामने आए हैं उनमें से किसी के पास भी मीट सप्लाई का लाइसेंस ही नहीं है. जब एफडीए की टीम ने इसकी जांच की तब इसका खुलासा हुआ. अब सप्लायरों पर मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है. वहीं, खाद्य सुरक्षा विभाग ने एएमयू प्रशासन को नोटिस देकर कहा है कि आगे से उनके सभी डाइनिंग हॉल में खाने की जांच की जाएगी. इसके लिए प्रशासन से भी मदद मांगी है.
एएमयू के सर शाह सुलेमान हॉल में बीते 8 फरवरी को रविवार के लंच में बीफ बिरयानी परोसे जाने से संबंधित नोटिस जारी हुआ था. यह नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया. हिंदू संगठनों ने एएमयू प्रशासन पर आरोप लगाने शुरू कर दिए. जिसके बाद एएमयू में आने वाले मीट की जांच की मांग की जाने लगी.
सुलेमान हॉल में की गई खाने की जांच
इसी कड़ी में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम 13 फरवरी को सुलेमान हॉल में पहुंची और खाने की जांच की. छात्रों के भी बयान दर्ज किए गए. जांच में खाद्य विभाग को पता चला कि एएमयू के सुलेमान हाल में जो सप्लायर मीट की सप्लाई कर रहे हैं उनके पास लाइसेंस ही नहीं है. जबकि, बगैर लाइसेंस के मीट की आपूर्ति की नहीं जा सकती.
एएमयू के छात्रों को हर रोज एक वक्त दिया जाता है खाने में मीट
एएमयू में कुल 20 आवासीय हॉल हैं. इनमें कुल 19 हजार विद्यार्थी रहते हैं. इनको प्रतिदिन नाश्ता, दोपहर का खाना और रात का खाना दिया जाता है. प्रतिदिन एक बार के खाने में मीट रहता है. वहीं, शुक्रवार को दोनों समय खाने में मीट दिया जाता है.
जानिए एएमयू में मीट की खपत की स्थिति
एएमयू में एक दिन में 700 किलो मीट की खपत हो जाती है. शुक्रवार को दोनों समय मीट बनता है. इस तरह महीने में करीब 24 हजार किलो मीट की खपत होती है. इसमें हफ्ते में दो दिन मुर्गे का मीट भी शामिल रहता है. अन्य दिनों में मटन और भैंसा शामिल है.
सुलेमान हॉल से लिया मीट का नमूना जांच के लिए भेजा
बीफ पकाए जाने की शिकायत के बाद मामले की जांच के लिए पहुंची खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने वहां से सैंपल लिए. सैंपल को इस बात की जांच के लिए भेजा गया है कि पकाया गया मीट किस वंश के पशु का है.
फूड एंड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट में बिना लाइसेंस आपूर्ति, भरे आठ नमूने
एएमयू के आवासीय हॉल ही नहीं बल्कि यहां परिसर में चल रहे फूड एंड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट में ही खाने की गुणवत्ता सवालों के घेरे में आई है. यहां पर भी जो फर्म सप्लाई कर रही है उस के पास भी लाइसेंस नहीं है. इसी के चलते यहां खाद्य सुरक्षा विभाग ने आठ खाद्य वस्तुओं के नमूने भरे हैं. इन नमूनों में स्ट्रॉबेरी केक विद एग, केक बेस विदआउट एग, चुकंदर का हलवा, इटेलियन पाश्ता, रिफाइंड सोयाबीन तेल, मैदा, चीनी और मक्के का आटा शामिल हैं. यहां पर 150 छात्र प्रशिक्षण पाते हैं. यह छात्र जो खाना बनाते हैं उसे स्वयं भी खाते हैं.
यह भी पढें: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर CRPF और पुलिस की तैनाती, प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री पर लगी रोक
मामले की जानकारी देते हुए मंडलीय सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा, दीनानाथ यादव ने बताया कि विभाग को फूड एंड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी. जिसके बाद वहां पहुंच कर नमूने भरे गए हैं. इनको जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है. यहां पर बिना लाइसेंस के ही खाद्य सामग्री की आपूर्ति की जा रही थी अब जांच के बाद आपूर्ति कर्ता पर कार्रवाई की जाएगी.