कासगंज: जिले के मुस्लिम बाहुल्य गांव सराय जुन्नारदार में होलिका दहन को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. जिसके चलते हिंदू समाज के लोग आहत हैं, उन्हें होलिका जलाने के लिए कहीं स्थान नहीं मिल रहा है. जिससे गांव के पीड़ित हिंदू परिवारों ने अपने घरों पर ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर चिपका दिए हैं. पोस्टर्स के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन और पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया. कई अधिकारियों ने गांव पहुंचकर लोगों को समझाया और समस्या का समाधान करने की बात कही है.
जानकारी के अनुसार, सराय जुन्नारदार गांव में मुस्लिम आबादी अधिक है. गांव में पहले मस्जिद के पास होलिका दहन होता था. लेकिन मुस्लिमों ने इसका विरोध किया. जिसके बाद सरकारी स्कूल के पास होली जलाई जाने लगी. लेकिन बाद में उसी स्थान पर आंगनबाड़ी केंद्र बन गया, जिसके बाद ग्रामीणों को होली जलाने में समस्या होने लगी.
अब देश भर में 14 मार्च को होली मनाई जानी है. लेकिन मुस्लिम बाहुल्य सराय जुन्नारदार गांव में हिंदुओं को होली जलाने के लिए कहीं स्थान नहीं मिल रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि जब उन्हें अपने ही गांव में होली जलाने का स्थान नहीं मिल रहा, तो वह यहां रह कर क्या करेंगे. ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने भाईचारा निभाते हुए मस्जिद के पास होली जलाना बंद कर दिया. जिसके एवज में उन्हें दूसरा स्थान दिया गया, लेकिन अब उस पर भी आंगनबाड़ी केंद्र बन चुका है. इसीलिए उन्होंने अपने घरों पर ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर चिपकाए हैं.
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अधिकारियों ने ग्रामीणों साथ की बैठक
ग्रामीणों के घरों पर ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर चिपकाने के बाद प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. प्रशासनिक टीम में उप जिलाधिकारी संजीव कुमार, सीओ आंचल चौहान और स्थानीय थानाध्यक्ष जगदीश चंद्र शामिल थे. उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि था कि आज मंगलवार तक होलिका दहन के लिए जमीन का इंतजाम कर दिया जाएगा. साथ ही अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपने घरों से पोस्टर हटाने का आग्रह किया था.