नई दिल्ली: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के सदस्य प्रियांक कानूनगो ने आज सोमवार को यूट्यूब को एक पत्र लिखकर ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो से संबंधित उस वीडियो को हटाने का निर्देश दिया है, जिसमें यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया ने विवादास्पद टिप्पणी की थी. जिसके बाद पूरे सोशल मीडिया पर उसके खिलाफ लोगों का आक्रोश देखने को मिल रहा है.
NHRC सदस्य प्रियांक कानूनगो ने यूट्यूब को लिखे गए अपने पत्र में कहा कि इस मामले से संबंधित यूट्यूब से सभी एपिसोड/वीडियो को हटाया जाए. साथ ही, कंटेंट को हटाने से पहले चैनल और वीडियो का विवरण संबंधित पुलिस अधिकारियों को भेजा जाए, जहां एफआईआर दर्ज की गई है.
कानूनगो ने यह भी कहा कि इस मामले पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट तीन दिनों के भीतर आयोग को प्रस्तुत की जाए. पत्र में एक शिकायत का उल्लेख किया गया है, जिसमें नकारात्मकता, भेदभावपूर्ण, धार्मिक और महिलाओं व बच्चों के प्रति अश्लील विचारधाराओं को प्रचारित करने का आरोप यूट्यूबर पर लगाया गया है.
बता दें कि इसके पहले अल्लाहबादिया, अपूर्व मखीजा, हास्य अभिनेता समय रैना और इंडियाज गॉट लेटेंट शो के आयोजकों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि शो में अभद्र भाषा का उपयोग किया गया और जानबूझकर महिलाओं के निजी अंगों के बारे में अश्लील टिप्पणियां की गईं, जिससे व्यापक आक्रोश पैदा हुआ.
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देवेन्द्र फड़नवीस ने भी कही कार्रवाई की बात
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि घटनाक्रम को लेकर उन्होंने जानकारी प्राप्त की है. उन्होंने कहा कि महसूस किया गया है कि चीजों को गलत तरीके से कहा और प्रस्तुत किया गया. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि समाज में कुछ नियम होते हैं, यदि कोई इनका उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.