प्रयागराज: 2 दिन पहले प्रयागराज दौरे पर पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने आज पवित्र त्रिवेणी की जलधारा में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित किया. पवित्र स्नान के बाद उन्होंने दान भी दिया. इससे पहले उन्होंने स्टीमर से महाकुंभ के घाटों का अवलोकन कर वहां के अदभुत नजारे को भी देखा.
रविवार को 2 दिवसीय दौरे पर प्रयागराज पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ पदाधिकारी दत्तात्रेय होसबाले ने महाकुंभ के महत्व पर बात की. उन्होंने कहा कि महाकुंभ केवल सनातन संस्कृति का मेला ही नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं का अनूठा संगम और संकल्प का महापर्व भी है. उन्होंने कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा समाज की संयुक्त शक्ति, संत समाज और शासन की समन्वित भूमिका से ही संभव है. दत्तात्रेय होसबाले कई धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे.
संगम स्नान से युवाओं को कराया अवगत
संगम में स्नान करने आए होसबाले ने संगम स्नान के महत्व से युवाओं को अवगत कराते हुए कहा कि मौजूदा समय में नई पीढ़ी को सनातन धर्म, संस्कृति और उसके मूल्यों से जोड़ना जरूरी है. इसके लिए परिवार, समाज और धार्मिक संगठनों को मिलकर काम करना होगा. उन्होंने संत समाज और सामाजिक नेतृत्व से अपील करते हुए कहा कि वे युवाओं को धर्म और संस्कृति की महत्ता से अवगत कराएं.
42 करोड़ के पार पहुंची श्रद्धालुओं की संख्या
बता दें कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं का जन सैलाब दिनों दिन आंकड़ों के नए आयाम गढ़ रहा है. पवित्र त्रिवेणी में अबतक 42 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य का लाभ ले चुके हैं. अभी महाकुंभ को समाप्त होने में 17 दिन का समय है. यानी कि 26 फरवरी तक महाकुंभ का समापन होते-होते करीब 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आंकड़े का आनुमाम लगाया जताया जा रहा है. मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ से सीख लेते हुए प्रशासन की ओर से महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था और भी बढ़ा दी गई है.