कानपुर; उत्तर प्रदेश में फरवरी माह के प्रारंभ होते ही मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. ऐसे में मौसम में हो रहे बदलाव के चलते मेडिकल कॉलेज समेत जिला व तमाम निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. इन दिनों अस्पताल में सर्दी, खांसी, जुखाम और बुखार से ग्रसित मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं.
छोटी सी बीमारी ले सकती है विकराल रूप
चिकित्सकों की मानें तो इसे नजर अंदाज करने पर छोटी बीमारियां विकराल रूप ले सकती हैं. लोगों को इस मौसम में खुद को सुरक्षित रखने और बीमारियों से बचने के लिए आज बुधवार को मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर आरके. वर्मा ने अहम जानकारी साझा की है.
सुबह शाम की सर्दी बेहद खतरनाक- आरके. वर्मा
आरके. वर्मा ने बताया कि यह माैसम बदलाव के दाैर से गुजर रहा है. ऐसे में सुबह शाम की सर्दी बेहद खतरनाक है. शुरुआत में यह सर्दी और खांसी के रूप में दिखाई देती है. यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह काफी खतरनाक साबित हो सकती है. इस मौसम में सबसे ज्यादा दिल की समस्या, मधुमेह और सांस के मरीजों को ध्यान रखने की आवश्यकता है.
कैसे रखें अपना ध्यान?
किसी भी तरह के लक्षण होने पर तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें. यदि पूर्व में कोई दवा चल रही है तो बिना लापरवाही के दवा का सेवन करते रहें. ठंडा पानी पीने की बजाय गर्म या साधारण पानी पिएं. धूम्रपान और अल्कोहल सेवन से बचें. धूप से आकर ठंडी जगह पर जाने से पहले शरीर का तापमान स्थिर करने के बाद ही पंखे या ठंडी जगह पर जाएं. क्योंकि अभी सर्दी का मौसम पूरी तरह से गया नहीं है. स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें और सावधानी बरतें.
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