देश-दुनिया में इस्लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ आवाज उठाने वालों को हर बार चुप कराने की कोशिश की जाती है। कभी हमले करके, कभी धमकियां देकर और कभी तो मौत के घाट ही उतार दिया जाता है। लेकिन यहां सवाल ये है कि… क्या इंसान की जिदंगी से ज्यादा इस्लाम या अन्य धर्म जरुरी है।