आज 30 जनवरी है—एक ऐसा दिन जो भारत के इतिहास में हमेशा दर्ज रहेगा। ठीक 76 वर्ष पहले, 1948 को, राष्ट्रपिता मोहनदास गांधी की हत्या नाथूराम गोडसे ने कर दी थी। इस हत्या के बाद, नवंबर 1949 में गोडसे को मृत्युदंड दिया गया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज भी नाथूराम गोडसे की अस्थियां गंगा या किसी अन्य पवित्र नदी में प्रवाहित नहीं की गई हैं? इसकी वजह उनकी एक अधूरी अंतिम इच्छा है।