लखनऊ; उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बिना नक्शा स्वीकृत कराए या फिर नक्शा से विपरित बनी करीब 80 बिल्डिंगों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो सकती है. हाईकोर्ट के आदेश के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण ‘एलडीए’ ने इस तरह के भवनों को चिन्हित कर नोटिस चस्पा करना आरंभ कर दिया है.
बात दें कि लखनऊ विकास प्राधिकरण ‘एलडीए’ के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने शहर के भीतर गलियों एवं मोहल्लों में बने भवनों की जांच कराई है. इसमें नक्शा का मिलान नहीं हो पाने के कारण चिन्हित भवनों के मालिकों एवं वहां फ्लैटों में रहने वाले लोगों को ध्वस्तीकरण की जानकारी दे दी गयी है.
गौरतलब है कि उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने प्राधिकरण के अभियंताओं व अधिकारियों को जांच करने के लिए लगाया तो यह जानकारी निकल कर सामने आयी कि वर्तमान समय में जिन भवन को ध्वस्तीकरण के लिए चिन्हित किया जा रहा है. इसमें से ज्यादा बिल्डिंगों को पहले से गिराने के आदेश हो चुके हैं. चौक क्षेत्र में नजमी राजा बाजार, मारूफ खां बाल्दा रोड, मोहल्ला बिलकिस बानो, अजीज रोड, तुलसीदास मार्ग पर बनी बिल्डिंगें, ठाकुरगंज क्षेत्र में शीश महल, नेपियर रोड, आइस फैक्टरी के सामने वहीं, तहसीनगंज चौराहा पर बने भवन इसमें शामिल हैं.
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इसी तरह नसीम अहमद जरीना खातून जगत नारायण रोड, विजय शंकर 47/1 क्ले स्क्वॉयर, कृष्ण मोहन विडोलिया प्लाट नंबर-41 क्ले स्क्वॉयर कबीर मार्ग सहित महानगर और गोमती नगर क्षेत्रों की तमाम बड़े भवन चिन्हित किए गए हैं.