भारत को अंग्रेजों से आजाद कराने के लिए असंख्य वीरों ने कुर्बानियां दी थीं तो इसके विकास का भी सपना देखने वालों की कमी नहीं थी. गांधी जहां अहिंसक तरीके से देश को आजाद कराना चाहते थे, वहीं कुछ नेता ऐसे भी थे जो मानते थे कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते. इन्हीं में से एक थे लाला लाजपत राय, जिन्हें गर्म दल का नेता माना जाता था.