इटावा; राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव बीते सोमवार को इटावा पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने पूर्व सीएम अखिलेश यादव की ओर से महाकुंभ पर दिए गए बयान को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वह महाकुंभ खुद नहीं जा रहे हैं, इसलिए उन्हे भीड़ नहीं दिखाई दे रही है. धार्मिक जगहों पर भीड़ नहीं होती हैं, भक्त होते हैं. भक्त और भीड़ में अंतर होता है.
बता दें कि बीते सोमवार राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव इटावा पहुंचीं. इस दौरान उनसे पत्रकारों ने अखिलेश यादव की ओर से महाकुंभ पर दिए गए बयान को लेकर सवाल पूंछा. पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए अपर्णा यादव ने कहा कि उनको भीड़ की आदत है. हम लोगों की आदत भीड़ नहीं बल्कि, भक्तों को देखना की है. हम लोग चाहते हैं कि गंगा में जो भी स्नान करे, वह भक्त बनकर निकले, और सनातन के ही रंग में रंग जाए. महाकुंभ में जाने वाले सभी सनातन प्रेमी हैं, वे सनातन संस्कृति की दिव्यता-भव्यता को समझते हैं, चाहे वे माला जपने जा रहा हो, या माला बेचने जा रहे हों.
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने महाकुंभ की तैयारियों को लेकर कहा कि यह सनातन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन है. यहां सनातन का मंचन हो रहा है, मां गंगा का स्नान करने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं. केवल देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग यहां पहुंच रहे हैं. जिसका पूरा श्रेय पीएम मोदी व सीएम योगी को जाता है.
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गौरतलब है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने हाल ही में मीडिया के समक्ष एक बयान दिया था. उन्होंने महाकुंभ को लेकर सरकार पर निशाना साधा था. उहोने कहा था कि मेले की भीड़ पर सरकार का आंकड़ा फर्जी है. कई ट्रेनें खाली जा रही हैं. भाजपा झूठे दावे कर रही है.