महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हो चुका है, इस दौरान श्रद्धालु अपनी भक्ति को टैटू के माध्यम से भी व्यक्त कर रहे हैं. मेले में सड़कों पर पूजा सामग्री, खेल-खिलौने, चाय-नाश्ते की दुकानों के बीच टैटू आर्टिस्ट की रंग-बिरंगी दुकानें भी आकर्षण का केंद्र बनी हैं. खासकर युवा शिव के विभिन्न रूपों के टैटू बनवाने में रुचि दिखा रहे हैं.
महाकाल टैटू का है जबरदस्त क्रेज
महाकाल का टैटू बनवाने का रुझान बहुत बढ़ गया है. कोई हाथ, तो कोई गर्दन, कोई बाजू और कोई पीठ पर महाकाल, महादेव, ऊं नमः शिवाय, हर हर महादेव, भोलेनाथ, त्रिशूल जैसे टैटू बनवा रहे हैं. मेले में आने वाले श्रद्धालु अपनी पसंद के टैटू बनवा रहे हैं, जिसमें महाकाल का टैटू सबसे ज्यादा बनवाया जा रहा है.
क्या कहते हैं टैटू आर्टिस्ट?
त्रिवेणी क्षेत्र में टैटू की दुकान चलाने वाले राजेश ने बताया कि महाकुंभ में लोग महाकाल के टैटू के साथ-साथ अपने नाम, मां और डैड का टैटू भी बनवा रहे हैं. यहां टैटू की कीमत 250 रुपये से लेकर 2,500 रुपये तक है. लोअर संगम रोड पर टैटू आर्टिस्ट मदन के अनुसार, अधिकतर युवा महाकाल और मां का टैटू बनवाते हैं, जबकि साधु संत भी महाकाल, त्रिशूल और ओंकार का टैटू बनवाते हैं.
कुंभ में भगवान के प्रति आस्था का प्रतीक
कुंभ क्षेत्र के टैटू आर्टिस्ट रमेश भाई बताते हैं कि टैटू बनवाने के कई कारण हो सकते हैं. आदिवासी इलाकों में धार्मिक कारणों से टैटू बनवाए जाते हैं, जबकि शहरी इलाकों में यह फैशन के तौर पर किया जाता है. हाल के दिनों में भगवान के प्रति बढ़ती आस्था के चलते लोग भगवान के नाम और चित्र के टैटू बनवा रहे हैं. महाकुंभ में महाकाल के टैटू का सबसे ज्यादा क्रेज है.
स्वस्थ्य सुरक्षा का ध्यान रखें
चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ नेहा शर्मा ने चेतावनी दी है कि टैटू बनवाने में खास ध्यान रखना चाहिए. टैटू केवल अनुभवी और हाइजीनिक आर्टिस्ट से ही बनवाएं, वरना यह शौक जानलेवा भी हो सकता है.