प्रयागराज; एप्पल को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल महाकुंभ से अचानक अपने घर लौट गईं हैं. वह दस दिनों के लिए के लिए महाकुंभ में आईं थी. लेकिन, तीन दिन में ही वापस चली गईं. लॉरेन पॉवेल को एलर्जी की दिक्कत हो गई थी. बताया जा रहा है कि जॉब्स अगले कुछ दिन भूटान में ही प्रवास करेंगी.
गौरतलब है कि एप्पल के को-फाउंडर व अरबपति कारोबारी स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए बीते दिनों पहुंचीं थी. उन्होंने निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के शिविर में प्रवास किया था.
लॉरेन पॉवेल की मकर संक्रांति पर स्नान करने की इच्छा थी. लेकिन तबीयत खराब होने के कारण वह अमृत स्नान नहीं कर पाईं. बीते बुधवार को उन्होंने अपने गुरु आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि से दीक्षा ली. लॉरेन पॉवेल को महाकाली के बीज मंत्र की दीक्षा दी गई है. वह ॐ क्रीं महाकालिका नमः का जाप करेंगी.
सनातन धर्म में रुचि रखती हैं पॉवेल
आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने बताया कि सभी प्रश्न सनातन धर्म के इर्द-गिर्द घूमते हैं और उन्हें उत्तरों में बहुत खुशी और संतुष्टि मिलती हैं. लॉरेन की आध्यात्मिकता की खोज उन्हें महाकुंभ में ले आईं. यहां उनको नया नाम कमला दिया गया था. वह बहुत ही सरल, सौम्य हैं. आध्यात्मिकता की उनकी खोज उन्हें यहां ले आई. जिस तरह से उन्होंने अखाड़े में खुद को संचालित किया है उससे यह स्पष्ट होता है कि दुनिया के सबसे अमीर और सबसे प्रसिद्ध लोगों में से एक होने के बावजूद, वह अहंकार रहित हैं और दिखावा नहीं करती हैं.
लॉरेन सादे कपड़े पहनती हैं और आचरण करती हैं. वह लो प्रोफाइल रहती हैं. वह यहां हमारी शाश्वत और कालजयी सनातनी संस्कृति, सभी चेतनाओं के मूल को देखने आई हैं. वह यहां सनातनी आस्था के प्रहरियों, साधु-संतों से मिल रही हैं. पुरी ने कहा कि कहा कि लॉरेन पहली बार महाकुंभ में आई हैं.
1932 के बाद प्रयागराज एयरपोर्ट से पहली बार उड़ी इंटरनेशनल फ्लाइट
वहीं, 93 वर्ष बाद बीते बुधवार को प्रयागराज एयरपोर्ट से इंटरनेशनल फ्लाइट भी रवाना हुई. एयरपोर्ट से यह विमान अमेरिका की अरबपति महिला उद्यमी लॉरेन पॉवेल जॉब्स के लिए यहां पहुंचा. इस विमान ने लॉरेन पॉवेल को लेकर भूटान के लिए उड़ान भरी. बता दें कि 1932 में प्रयागराज से लंदन के लिए विमान का संचालन हुआ था. अब महाकुंभ में इस बार कुछ देशों से प्रवासी भारतीय एवं विदेशी नागरिक विमान से सीधे प्रयागराज आ सकते हैं. इसी वजह से एयरपोर्ट पर पहली बार इमिग्रेशन विभाग के भी कर्मचारियों की तैनाती की गई है.
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